Nagaur news: राजस्थान के नागौर जिला के मेड़ता की अंतर्राष्ट्रीय कृषि उपज मंडी परिसर में आज एक बार फिर किसान नेताओं ने महापंचायत का आयोजन कर सरकार को खुली चुनौती देते हुए किसानों को अपनी ताकत पहचानने का आह्वान किया. मेड़ता कृषक मार्गदर्शक मंडल के नेतृत्व में आयोजित इस किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानो की दयनीय हालत और बेबसी पर चिंता जाहिर करते हुए किसानों से आह्वान किया कि वह अपनी ताकत को पहचाने और सरकार को मजबूर करें कि किसान किसी सम्मान राशि का मोहताज नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़े- ISRO के 5 बड़े Space Mission, 2023 के अंत तक दुनिया को दिखाएगी अपना दम


 यदि सरकार किसानों की फसलों को MSP पर खरीद करने का MSP गारंटी कानून लागू कर दे तो देश का प्रत्येक किसान खुशहाल हो जाएगा. 31 अगस्त तक केंद्रीय राज्य सरकारों द्वारा किसानों की मांगों पर कोई कारगर निर्णय नहीं लिया तो किसान एक बार फिर आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर हो जाएगा. इस अवसर पर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने केंद्र एवं राज्य सरकारों पर किसानों को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि सभी राष्ट्रीय दल चुनावी घोषणा पत्र में एमएसपी गारंटी कानून सहित किसानो की कई योजनाओं को लागू करने का आश्वासन देकर किसानों को ठगते आए हैं.


यह भी पढ़े- हाथों में हाथ डाले नजर आए तमन्ना भाटिया और विजय वर्मा, पब्लिक बोली- भाभी-भाभी


किसानों को अब अपनी ताकत को पहचान कर किसानो की ही सरकार बनानी होगी जो किसान हित में निर्णय ले सके. भारतीय किसान यूनियन की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुमन हुड्डा ने मेड़ता की महिलाओं से आगे आकर अपने वर्चस्व और कौशल का नेतृत्व करते हुए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया. उन्होंने कहां की आजादी के लिए पड़ोसी के घर में भगत सिंह पैदा हो ऐसी उम्मीद ना करें हर घर में भगत सिंह पैदा हो और हर मां भगत सिंह की मां बने तभी किसानो का भला हो सकता है. इस महापंचायत में रामकिशन जिंजा, सुशील रियाड, जस्साराम छाबा, हेमाराम बिश्नोई सहित कई किसान नेताओं ने अपने विचार रखें.