Nagaur news: राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तरह चुनावी मैदान में उतर चुकी है. इसके लिए भाजपा द्वारा प्रदेश भर में परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाली जा रही है. इस यात्रा के जरिए भाजपा जहां कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी है, वहीं भाजपा की सरकार बनने का भी दावा कर रही है. मगर दूसरी ओर भाजपा की गुटबाजी भी चरम पर है, जिसका नजारा डीडवाना में उस समय नजर आया, जब भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा डीडवाना पहुंची.


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इस दौरान डीडवाना से दो बार भाजपा के विधायक रहे और दो बार वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे यूनुस खान गायब नजर आए. यूनुस खान डीडवाना में हुई भाजपा की आमसभा में नजर नहीं आए, वहीं परिवर्तन यात्रा ने जब से डीडवाना जिले में प्रवेश किया, तब से किसी भी कार्यक्रम में दिखाई नहीं दिए. कल रात को जब डीडवाना के मिर्धा स्टेडियम में आम सभा का आयोजन हुआ, तब ना तो मंच पर यूनुस खान दिखाई दिए, ना ही मंच से किसी भी नेता ने उनका नाम लिया. परिवर्तन यात्रा में यूनुस खान की अनुपस्थिति डीडवाना में चर्चा का विषय बनी रही.


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 लोग इस घटनाक्रम को लेकर तरह-तरह के कयास लगने लगे, जबकि दूसरी ओर यूनुस खान के अलावा टिकट के सभी दावेदार मंच पर साथ नजर आए. गौरतलब है कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने पिछले दिनों भाजपा में गुटबाजी का आरोप लगाया था और कहा था कि वसुंधरा राजे और उनके गुट से जुड़े लोगों को जानबूझकर दरकिनार किया जा रहा है और उनकी उपेक्षा की जा रही है. 


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आज जब यूनुस खान परिवर्तन यात्रा में नजर नहीं आए तो कैलाश मेघवाल के दावों की में काफी हद तक सच्चाई नजर आई. क्योंकि यूनुस खान वसुंधरा राजे गुट के नेता माने जाते हैं और लंबे समय से उन्हें पार्टी की बैठकों, आयोजनो और रैलियों से दूर रखा जा रहा है. पिछले चुनाव में भी जब यूनुस खान डीडवाना से मौजूदा विधायक थे और टिकट के प्रबल दावेदार थे, तब भी उनकी डीडवाना से उनका टिकट काटकर उन्हें टोंक में सचिन पायलट के सामने चुनाव लड़ने भेज दिया गया था. जहां उन्हें सचिन पायलट के सामने हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद से पार्टी कि प्रत्येक गतिविधि में उन्हें साइड लाइन किया जा रहा है.


यही स्थिति मकराना विधानसभा में भी देखी गई, जब वसुंधरा राजे गुट के नेता और पूर्व विधायक श्रीराम भींचर को भी परिवर्तन यात्रा से दूर रखा गया. यह यात्रा जब मकराना विधानसभा क्षेत्र पहुंची, तो किसी भी कार्यक्रम में श्रीराम भींचर नजर नहीं आए. कुछ दिनों पूर्व भी भींचर का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने भाजपा द्वारा कार्यक्रमों की सूचना नहीं देने की बात कही थी. यूनुस खान को साइड लाइन करने का नतीजा यह रहा की डीडवाना में हुई आमसभा केवल औपचारिकता बनकर रह गई. सभा में अधिकांश कुर्सियां खाली नजर आई और जनता में भी कोई खास उत्साह नजर नहीं आया.


भाजपा की प्रेस वार्ता


इस बारे में आज जब डीडवाना में भाजपा की प्रेस वार्ता हुई तो पत्रकारों ने युनुस खान को साइड लाइन किए जाने का सवाल उठाया, जिस पर राज्यसभा सांसद राजेंद्र सिंह गहलोत ने कहा कि भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है और सभी कार्यकर्ता एकजुट है. जहां तक यूनुस खान की बात है, तो पार्टी द्वारा उन्हें सूचना दी गई थी, मगर हो सकता है कि वे अपने किसी आवश्यक कार्य में बिजी होंगे, संभवत: इसी वजह से वे परिवर्तन संकल्प यात्रा में नहीं आ पाए.