Nagaur, didwana: नागौर जिले के डीडवाना उपखण्ड मुख्यालय के पुराने बाईपास पर निर्माणाधीन सड़क का काम लम्बे समय से बंद होने कि वजह से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का आरोप है कि कार्यपूर्ण होने से पहले ही यहां कार्य समाप्ति का बोर्ड लगवा दिया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डीडवाना नगर पालिका क्षेत्र मे सर्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा निर्माणाधीन पुरानी बाईपास रोड़ की कछुआ चाल से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं निर्माणाधीन होने के बावजूद सड़क किनारे लगाए गए कार्य समाप्ति का बोर्ड भी विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले लम्बे समय से इस सड़क का काम रुका हुआ पड़ा है, जिसकी वजह से दिनभर मिट्टी उड़ती रहती है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को समस्या हो रही है. वहीं स्वास रोगियों को इसकी वजह से स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है.


वहीं सड़क का काम अधूरा होने कि वजह से वाहनों के आवागमन के वक्त यहां सड़क की कोंकरिट उछलती रहती है जिसकी वजह से आसपास में स्थित निजी स्कूलों मे पढ़ने वाले छात्र भी कई बार घायल होने की सम्भावना बनी रहती है यह सम्भावना स्कुल बसों के आवागमन के वक्त ज्यादा बढ़ जाती है और राहगीर कई बार घायल हो जाते हैँ. स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि इस सड़क निर्माण मे अधिकारीयों कि मिलीभगत से घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया है जिसकी शिकायत स्थानीय स्तर पर कई बार की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.


इस मामले में हमने जब सर्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता जीतेन्द्र जांगिड़ से बात की तो उनका तर्क था कि उक्त रोड़ पर डामरीकरण बाकि रहा हुआ है जो आगामी 2 से 3 सप्ताह में पूर्ण हो जायेगा डामरीकरण का काम हमने ही रुकवाया हुआ है क्योंकि अभी तक गर्मी पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है ऐसे में अगर पहले काम होता तो सड़क कि गुणवत्ता सही नहीं हो सकती थी, वहींकार्य समाप्ति के बोर्ड को लेकर जांगिड़ ने बताया कि यह बोर्ड संभावित कार्य समाप्ति का है इसको लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए रही गुणवत्ता कि बात तो उसकी जांच के लिए हमारे दो कनिष्ठ अभियंता और एक सहायक अभियंता लगातार इस पर नजर बनाये हुए हैं


बता दें कि स्थानीय लोगों द्वारा इसका भुगतान कर दिए जाने का आरोप लगाया गया है लेकिन अधिशाषी अभियंता ने इसको भी सिरे से ख़ारिज कर दिया है और बतया कि सड़क का काम अभी कई हिस्सों में जहां सीमेंटेड रोड़ बननी है वहां चल रहा है सीमेंटेड रोड़ पूरी होने के बाद ही डामर का काम किया जायेगा और काम पूरा होने के बाद ही भुगतान किया जायेगा.


ये भी पढ़ें...


IPL 2023: IPL के 15 सीजन में 21 बार लगी हैट्रिक, इस सलामी बल्लेबाज और ऑलराउंडर के नाम भी है ये रिकॉर्ड