नागौर: मेड़ता विधायक के खिलाफ लगे चोरों के सरदार होने के नारे, जानिए पूरा मामला
नागौर न्यूज: मेड़ता विधायक के खिलाफ चोरों के सरदार होने के नारे लगे हैं. चोर की मौत पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की धारा में कार्रवाई से नाराज जनता सड़कों पर उतरी. 36 कौम के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया.
Merta, Nagaur: मेड़ता पुलिस द्वारा बीकानेर से मेड़ता लाए जा रहे मोटरसाइकिल चोर द्वारा चलती बस से कूदकर भागने का प्रयास किया गया. इस पर उसकी मौत हो गई. वहीं प्रशासन द्वारा बेकसूर मेड़ता थाना अधिकारी भजनलाल व मूंडवा थानाधिकारी रोशन लाल सहित दो अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के आश्वासन देने से नाराज मेड़ता की जनता ने गांधी चौक से उपखंड कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला.साथ ही उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांगों पर पुनर्विचार नहीं करने पर मेड़ता बंद का आह्वान किया है.
सभी राजनीतिक दलों सहित व्यापारिक संगठनों द्वारा पुलिस प्रशासन के समर्थन में आवाज उठाते हुए आरएलपी विधायक इंदिरा बावरी के दबाव में प्रशासन द्वारा दिए गए सभी आश्वासनों को रद्द करने की मांग की गई . इस अवसर पर केश कला बोर्ड के सदस्य माणक सेन ने मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 4 वर्ष पूर्व विधायक की गाड़ी से मेड़ता के ही एक युवक की मौत हुई थी. उस समय विधायक इंदिरा बावरी द्वारा ना ही कोई मुआवजा दिया गया ना ही सरकारी नौकरी दिलाने का प्रयास किया गया.
मेड़ता बंद की चेतावनी
यहां तक कि इंदिरा बावरी उस परिवार से मिलने तक नहीं गई. इसी क्रम में जनता प्रधान संदीप चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा यदि समय रहते ही हमारी मांगों पर विचार नहीं किया तो कल से यानी शनिवार से मेड़ता बंद रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस प्रकार अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से जताई गई सहानुभूति से क्षेत्र में अपराध बढ़ेगा तो वहीं पुलिस प्रशासन का रूख भी अपराधियों के प्रति बदल जाएगा. वरिष्ठ नेता पुखराज काट ने इस पूरे प्रकरण में पुलिस कर्मियों पर की गई कार्रवाई को निरस्त नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
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