मेड़ता में ‘विष्णु’ को रस्सी से बांधकर क्यों रखती है मां, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
Nagaur,merta news: नगौर के मेड़ता में एक ऐसी मजबूर मां है जो अपने बेटे की मौत के लिए भगवान से प्रार्थना कर रही है. शांत देवी पिछले 15 सालों से अपने बेटे की मौत की कांमना दिन रात कर रही है.
Nagaur,merta news: बच्चों की लंबी उम्र और सलामती के लिए एक मां हर दर पर जाकर पूजा-पाठ करती है. लेकिन नगौर के मेड़ता में एक ऐसी मजबूर मां है जो अपने बेटे की मौत के लिए भगवान से प्रार्थना कर रही है. मामला नगौर के मेड़ता उपखंड के मेड़ता रोड ग्राम पंचायत की बामनावास रोड का है. जहां अपने खेत में रह रही शांति देवी अपने बेटे को लेकर काफी परेशना है. उनकी कहानी सुनकर हर किसी की आंखें नम हो जाएंगी.
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मामला यह है कि शांति देवी का एक बेटा है जिसका नाम ने विष्णु है. उसका जन्म 15 अगस्त 2003 को हुआ है. उस समय उसकी खुशी का कोई ठिकाना ना था. अपने पति के साथ मजदूरी कर सपनों के संसार में खुशी-खुशी जीवन बिताने वाली शांति देवी की जिंदगी में 2 साल के बाद अचानक उसका बेटा विष्णु पालने में झूलते हुए ही अपनी आवाज गवा बैठा. बेटे की अवाज लाने के लिए एक मजदूर पिता बीरदाराम नायक ने विष्णु का इलाज कराने के लिए दर-दर ठोकरें खाई और इसी सदमे के साथ एक दिन उनकी मौत हो गई.
विष्णु के अलावा शांति देवी के 5 बच्चे और है जिनकी परवरिश के साथ विष्णु की देखभाल करना और इलाज कराना शांति देवी के लिए मुश्किल हो रहा है. मगर जैसे-जैसे विष्णु बड़ा हो रहा है, वैसे वैसे शांति देवी विष्णु को रस्सियों से बांधकर रखरही है की कही वह गुम ना हो जाए. एक मां की ममता उसे रस्सियों से बांधकर रखते समय मचल उठती है. जिसके कारण वह कभी कभी आंखों में आंसू लिए भगवान से अपने बेटे की मौत मांगने को मजबूर हो जाती है.
15 वर्षीय विष्णु के हालात यह है कि वह बोल नहीं सकता और ना ही कुछ समझ सकता है. रेल पटरियां नजदीक होने और विष्णु के मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने से उसे बांधकर रखा जा रहा है. मां का दिल चाहता है कि उसके जिगर के टुकड़े का सरकार इलाज करा दे या फिर भगवान उसे मौत दे दे जिससे मां की ममता मौत का संतोष कर अपना जीवन बिता सकें.
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