नागौर: सांसद कोष से 32 दिव्यांगजनों को सौंपी गई स्कूटी की चाबी, हनुमान बेनीवाल ने सरकार पर साधा निशाना
सांसद हनुमान बेनीवाल ने दिव्यागजनों को स्कूटी की चाबी थमाकर उन्हें रवाना किया. नागौर दौरे पर आए सांसद बेनीवाल ने जिला मुख्यालय के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और 32 दिव्यांगजनों को निशुल्क स्कूटी की चाबी थमाई.
नागौर: सांसद हनुमान बेनीवाल ने दिव्यागजनों को स्कूटी की चाबी थमाकर उन्हें रवाना किया. नागौर दौरे पर आए सांसद बेनीवाल ने जिला मुख्यालय के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और 32 दिव्यांगजनों को निशुल्क स्कूटी की चाबी थमाई. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक नरेश बारोठिया ने बताया की विकास योजनान्तर्गत नागौर लोकसभा के सांसद हनुमान बेनीवाल द्वारा अभिशंषित पात्र 32 दिव्यागजनों को नागौर जिला मुख्यालय के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की और से स्कूटी वितरित की गई और आने वाले समय में बचे हुए दिव्यांग जनों को सही मापदंड के अनुसार वितरित की जायेगी.
2016 में दिव्यांगजनों द्वारा किए गये आंदोलन में भी जाकर दिव्याजनों की जायज मांग को लेकर सरकार से मांग की. वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जो अभी दिव्यागजनों को 750 रूपए मिल रहे हैं मैं सरकार से मांग करता हूं कि आने वाले बजट में दिव्यागजनों को 1500 से 2000 रुपए करें . ये भी हमारे समाज का हिस्सा है.
राजस्थान में कांग्रेस सरकार फेल- बेनीवाल
सांसद बेनीवाल ने कांग्रेस सरकार और बीजेपी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में पाप वैसे भी बहुत ज्यादा हो गया है. देश-प्रदेश के अंदर लूट खसोट मची हुई है. जहां देखो पेपर आउट , गैंगवॉर, अपराध बढ़ रहे हैं. पूरे राजस्थान में सरकार के खिलाफ अकेला लड़ाई लड रहा हूं . जब देश में किसान परेशान थे तब किसानों ने मुझसे कहा आप मोदी का साथ छोड़ दो तो मैंने तुरंत सता छोड़ दी और किसानों के लिए लडा. नागौर का सांसद आज देश के बड़ी मीटिंग के अंदर किसानों की आवाज उठाने के लिए मौजूद रहता है.
वहीं, देश में सबसे पहले अग्निवीर योजना का विरोध किया तो सबसे पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने विरोध किया और जोधपुर में दो लाख युवाओं के साथ आंदोलन किया. आज जो प्रदेश में परीक्षा हो रही है उससे पहले ही बच्चे बता देते हैं कि पेपर आउट होगा. पेपर आउट करवाने वाले कोई नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री के करीबी ही है, इसलिए उन पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती है. वसुंधरा के समय भी दस भर्तियों के पेपर आउट हुए. दस भर्तियां रद्द हुई . दोनों पार्टियों का मिलाजुली का खेल चल रहा है. अब भाजपा आंदोलन कर रही है उस समय कहा थी भाजपा जब वसुंधरा के समय पेपर आउट हुआ. उस समय भी हनुमान बेनीवाल था, जिसमें विरोध किया.
कार्यक्रम में ये लोग भी थे मौजूद
वहीं, कार्यक्रम के दौरान 32 दिव्यागजनो को स्कूटी और सभी को हेलमेट वितरित किए. इस मौके पर पालड़ी सरपंच जगदीश खोजा , धुंधीयाडी सरपंच त्रिभुवन राजपुरोहित ,साडोकन पूर्व सरपंच बन्नाराम सांगवा सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे .
रिपोर्टर - दामोदर ईनाणिया