नागौर: कांग्रेस की बैठक में हंगामा, जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत और कार्यकर्ताओं के बीच गाली गलौज
Nagaur News: राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता शहर के कांग्रेस कार्यालय परिसर में आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक आयोजित हुई. जिसमें मेड़ता विधानसभा कांग्रेस प्रभारी हिम्मत सिंह चौधरी और पर्यवेक्षक प्रभु टोकिया की उपस्थिति में जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत और कार्यकर्ताओं के बीच गाली गलौज के आरोप के साथ नोंक झोंक शुरू हो गई.
Nagaur News: राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता शहर के कांग्रेस कार्यालय परिसर में आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव को लेकर बैठक आयोजित हुई. जिसमें मेड़ता विधानसभा कांग्रेस प्रभारी हिम्मत सिंह चौधरी और पर्यवेक्षक प्रभु टोकिया की उपस्थिति में जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत और कार्यकर्ताओं के बीच गाली गलौज के आरोप के साथ नोंक झोंक शुरू हो गई.
कार्यकर्ताओं के बीच गाली गलौज
जिला अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत ने यह कहकर कार्यकर्ताओं को शांत करने का प्रयास करते रहे कि मैं सरकार की योजनाओं पर बोल रहा हूं. इसी बीच कार्यकर्ता द्वारा बहस करना आरंभ कर दिया गया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इस बैठक में दो बार माहौल गरमा गया. एक बार तो जब कांग्रेस सेवा दल जिला अध्यक्ष खुमाराम जाजड़ा और युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष सुरेंद्र बापेड़िया को मंच साझा नहीं कराया गया. तब सेवादल कार्यकर्ताओं द्वारा अपना विरोध दर्ज कराया गया.
बैठक में दो बार माहौल गरमाया
इस विरोध को कांग्रेसी पदाधिकारी द्वारा जैसे तैसे मामला शांत कराया ही था कि जिला अध्यक्ष गैसावत द्वारा राजस्थान सरकार की योजनाओं पर बोलना शुरू करते ही पार्टी कार्यकर्ता मूलाराम देवड़ा ने बैठक के उद्देश्य को मेड़ता विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी पैनल को लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारी की होनी चाहिए. मूलाराम देवड़ा ने यह है कहते हुए अपना विरोध दर्ज कराया और आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष यशवंत में मेरे में कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के साथ नोकझोंक करते हुए गाली गलौज की है.
बीच-बचाव कर मामला शांत कराया
इसी प्रकार से मेड़ता ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री रवि कंमेडिया, प्रवक्ता कैलाश गौड़ द्वारा जिला अध्यक्ष पर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग की गई. मामला बिगड़ता देख कांग्रेस पूर्व जिला अध्यक्ष जगदीश नारायण शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष नेमाराम बेड़ा, जाकिर खान सांखला सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. केंद्रीय पर्यवेक्षक की उपस्थिति में हुए इस हंगामे पर पर्दा डालते हुए जैसे तैसे बैठक संपन्न कराई गई.