Parabatsar: डीडवाना जिले के परबतसर पंचायत समिति में विकास अधिकारी की कुर्सी के लिए अजीब स्थिति देखने को मिल रही है. जहां एक ही पद पर दो विकास अधिकारी काबिज हो चुके हैं. एक ही दफ्तर और एक ही चैंबर में दो अधिकारी एक ही पद पर आसीन हैं, ऐसे में असमंजस यह है कि आखिर पंचायत समिति के कर्मचारी अब किस अधिकारी का आदेश मानेंगे और सरकारी दस्तावेजों पर किस अधिकारी के दस्तखत होंगे.


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परबतसर पंचायत समिति में एक ही कार्यालय में दो कुर्सियां लगी है, जिन पर दोनों विकास अधिकारी कविता जसोरिया और भंवर लाल जाखड़ दो अलग अलग कुर्सियों पर बैठे हैं.


कविता जसोरिया थी APO


जानकारी के अनुसार विकास अधिकारी कविता जसोरिया को पंचायत समिति कार्यालय से 22 सितंबर को एपीओ कर दिया गया था, बाद में उनके स्थान पर भंवरलाल जाखड़ को लगाया गया था लेकिन, इसी बीच कविता जसोरिया ने एपीओ के आदेश पर कोर्ट से स्थगन आदेश ले लिया. वही, 9 अक्टूबर को भी विभाग के जरिए उनका भीलवाड़ा तबादला कर दिया गया था लेकिन जिस दिन तबादला हुआ उसी दिन चुनावों को लेकर आचार संहिता लागू हो गई और विकास अधिकारी कविता जसोरिया फिर से हाईकोर्ट से स्टे लेकर आ गई. जिसके चलते परबतसर पंचायत समिति में दो विकास अधिकारी कार्य कर रहे है.


मिली जानकारी के अनुसार जिस दिन जसोरिया का एपीओ आदेश आया, उसके दूसरे ही दिन स्थानांतरित होकर आए नए विकास अधिकारी भंवरलाल जाखड़ ने शनिवार को तुरन्त पदभार ग्रहण भी कर लिया लेकिन, दो की अवकाश के बाद स्टे लेकर आई कविता जसोरिया 4 अक्टूबर को फिर से कुर्सी पर आकर बैठ गई. ऐसे में आगामी दिनों में भंवरलाल जाखड़ ही बीडीओ रहेंगे या फिर कविता जसोरिया एक बार फिर बीडीओ होंगी? इस पर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है.


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