Makrana: सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार इसे महामारी घोषित करे. अतिशीघ्र आपदा प्रबंधन में गौसंवर्धन निधि में संरक्षित राशि को इस महामारी के लिए जारी करें. ताकि प्रत्येक जिले को कम से कम 1 करोड़ की राशि प्रदान की जाये. लगभग सभी गौशालाओ में संरक्षित गौवंश पर लंपी वायरस ने दस्तक दे दी है. गौशालाओं में संसाधनों के अभाव में गौवंश की देखरेख, उन्हें अलग से रखना संभव नहीं हो पा रहा है.


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इसलिये राज्य सरकार  संक्रमित गौवंश को गौशाला से दूसरी जगह शिफ्ट करें. ताकि बाकी गौवंश को संक्रमित होने से बचाया जा सके. राज्य के प्रत्येक चिकित्सा केद्र पर कोरेनटाइन सेंटर बनाया जाए. 24 घंटे आपातकालीन सेवाए दी जाए. सभी प्रकार की  दवाइयों की व्यवस्था की जाए.


इनकी भी ली जाएं सेवाएं


 रिटायर्ड चिकित्सक और इंटरशिप करने वाले डॉक्टर की सेवाएं ली जाए. सांसद और विधायकों के कोटे से भी आवश्यक चिकित्सा उपकरण खरीदने, दवाइयों के लिये बजट आवंटन के लिए कहा जाए. साथ ही संक्रमित गौवंश को शिफ्ट करने के लिये  एम्बुलेंस प्रत्येक तहसील स्तर पर उपलब्ध करवाए जाए. तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाए.


इस मौके पर जूसरी सरपंच प्रकाश भाकर, मकराना विकाश समिति से सीए राजीव सौलंकी, समिति के संरक्षक ठाकुर मोहन सिंह चौहान, संस्थापक सुरेश कुमावत, सचिव प्रवीण चोहान, आकाश सांखला, देवन्द्रे सिंह गुणावती, रमेश बागड़ी, श्याम कुमावत, नवीन सोलंकी, शोमेश स्वामी, भरत सिंह चौहान, अभिषेक सोलंकी, मुकेश रेगर, दीनदयाल आलड़िया आदि मौजूद थे.


Reporter- Hanuman Tanwar


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