Merta: नगौर जिले के मेड़ता के उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के मेड़ता रोड रेलवे प्लेटफार्म की खानपान सेवा पर एक बार फिर ग्रहण लग गया . रेलवे सुरक्षा आयुक्त के प्रस्तावित दौरे को लेकर स्थानीय रेल प्रशासन के जरिए खानपान सेवा की ट्रॉलीयों पर रेल यात्रियों के लिए गरम खाना उपलब्ध कराने  के लिए दी गई सिलेंडर सुविधाओं को 4 दिनों के लिए बंद  करने का  मौखिक आदेश जारी कर  दिया है. 


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बता दें कि,  उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के रेल यात्रियों को दी जाने वाली गरम खाने की सुविधा पर एक बार फिर से 4 दिनों के लिए स्थानीय अधिकारियों का चाबुक चला है. रेल अधिकारियों का यह चाबुक खानपान ट्रॉली सेवा पर रेलवे सुरक्षा आयुक्त के प्रस्तावित दौरे को लेकरकिया गया है, जिसमें  अस्थाई तौर से गैस सिलेंडर हटाने के आदेश कर दिए गए है. 


 एक ओर जहां रेलवे रेल यात्रियों को गर्म और ताजा खानपान सेवा सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के दावे करती नहीं थकती. वहीं दूसरी ओर मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर स्थानीय रेल प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी कर रेल यात्रियों की सेवा में कटौती कर कार्यप्रणालियों   पर सवालिया निशान लागया  है. 


आपको बता दें इसी प्रकार का एक फरमान जोधपुर मंडल के कुचामन रेलवे स्टेशन पर हुए एक हादसे के बाद जारी करने शुरू कर दिए गए थे जिसके चलते खानपान ट्राली सेवा एवं स्टाल से सिलेंडर पूर्ण रूप से हटा लिए गए थे. रेल अधिकारियों के इस फरमान के साथ रेल यात्रियों को गर्म खाद्य सामग्री के स्थान पर ठंडी में बासी खाद्य सामग्री खा कर काम चलाना पड़ रहा था.  इस मामले पर जोधपुर मंडल रेलवे जनसंपर्क अधिकारी पुरुषोत्तम पोरवाल ने बताया की मुख्य सुरक्षा आयुक्त के प्रस्तावित दौरे को लेकर स्थानीय प्रशासन  के जरिए इस प्रकार की व्यवस्था की गई है।. 


सवाल यह उठता है कि आखिर रेलवे अधिकारी के प्रस्तावित दौरे को लेकर 4 दिन तक रेल यात्रियों की सेवा को बंद करना कहां तक न्यायोचित है?  रेल अधिकारियों का यह तुगलकी फरमान जहां एक ओर रेल सेवाओं में कमी लाएगा तो वहीं दूसरी ओर रेलवे के अधिकृत वैण्डर्स की आय पर भी असर डालेगा.


Reporter: Hanuman Tanwar


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