Desuri : ग्राम पंचायत मुख्यालय बना मजाक, जब मन हो आओ, जब मन हो जाओ
माडपुर ग्राम पंचायत के तीन गावों के ग्रामीणों के जरूरी कागजी कामकाज नहीं हो पा रहे हैं. वही सरपंच प्रतिनिधि जोराराम देवासी ने कहा कि पंचायत सहायक बारह बजे आते है, वही ढाई बजे के आसपास बिना बताए चले जाते है. उनकी मनमानी के चलते पंचायत में काम नहीं हो पा रहे हैं.
Pali : राजस्थान के पाली के पंचायत समिति देसूरी की ग्राम पंचायत माडपुर में हमेशा मुख्य द्वार पर ताला लगा मिलता है. पूछने पर सरपंच मंजू देवासी समेत कई ग्रामीण मुख्य द्वार के बाहर खड़े नजर आए. इस दौरान सरपंच मंजू देवासी ने बताया कि ग्राम पंचायत कार्यालय में पंचायत सहायकों की मनमानी के चलते ग्रामीणों के आवश्यक कार्य बाधित हो रहे है.
पंचायत सहायकों के कार्यालय आने का कोई निश्चित समय नहीं है. ग्राम पंचायत में सभी तय समय में आ जाते है, मगर पंचायत सहायक का आने का कोई तय समय नहीं हैं, वो उनकी मर्जी के मुताबिक आकर मर्जी के मुताबिक किसी भी वक्त बिना बताए चले जाते है.
ऐसे में माडपुर ग्राम पंचायत के तीन गावों के ग्रामीणों के जरूरी कागजी कामकाज नहीं हो पा रहे हैं. वही सरपंच प्रतिनिधि जोराराम देवासी ने कहा कि पंचायत सहायक बारह बजे आते है, वही ढाई बजे के आसपास बिना बताए चले जाते है. उनकी मनमानी के चलते पंचायत में काम नहीं हो पा रहे हैं.
पंचायत समिति देसूरी के नरेगा संविदा कार्मिकों के हड़ताल पर चले जाने के बाद पंचायत एलडीसी को पंचायत समिति में अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. वही ग्राम विकास अधिकारी को भी दूसरी ग्राम पंचायत का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. ऐसे में पंचायत के कार्य पंचायत सहायकों के भरोसे होने पर वे भी मनमानी तरीके से आने जाने का कोई तय समय नहीं है. ऐसे में ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
रिपोर्टर- सुभाष रोहिषवाल
ये भी पढ़ें : डेगाना के मजदूर की बेटी ने किया 12वीं में टॉप, IAS बनने का अब सपना
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें