भजनलाल सरकार का ऐलान, 25 दिसम्बर को मनाया जाएगा सुशासन दिवस, जानें वजह
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के मापदंडों का पालन करने के लिए उनके जन्म-दिवस 25 दिसंबर को सूबे की सरकार इसे सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी. इस मौके पर जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
Good Governance Day: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित सुशासन के मापदंडों का पालन करने के लिए उनके जन्म-दिवस 25 दिसंबर को सूबे की सरकार इसे सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी. इस मौके पर जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इन कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों को प्रसारित करने के लिए संगोष्ठी, कविता और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. साथ ही हर जनप्रतिनिधि और सरकारी कर्मचारी को सुशासन व्यवस्था कायम करने की शपथ दिलाई जाएगी.
प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग ने इस कार्यक्रम का शेड्यूल जारी किया है. शेड्यूल के मुताबिक जिला मुख्यालय स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री के छायाचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में निर्वाचित विधायकों और अन्य जनप्रतिनिधियों को बुलाया जाएगा. इसके साथ ही कार्यक्रम में शामिल होने वाले जनप्रतिनिधियों और सरकारी कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई जाएगी. इसके अलावा कार्यक्रम में अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों से संबंधित संगोष्ठी और कविताएं का पठन किया जाएगा. साथ ही 25 से 31 दिसंबर तक विशेष स्वच्छता सप्ताह और लंबित जन अभियोग परिवादों का निस्तारण करने पर काम किया जाएगा.
सुशासन दिवस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है. इस दिन को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के रूप में मनाया जाता है. साल 2014 में, सरकार में जवाबदेही के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सुशासन दिवस की स्थापना की गई थी.
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