पद संभालते ही काम पर लगे सीपी जोशी, अमित शाह से लिया आशीर्वाद, क्या है पीछे की रणनीति
CP Joshi - Amit Shah : पद संभालते ही काम पर लगे सीपी जोशी, अमित शाह से लिया आशीर्वाद, क्या है पीछे की रणनीति. जोशी ने कहा कि कांग्रेस की भ्रष्ट और नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने में उनका साथ दें.
CP Joshi - Amit Shah : बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पद संभालते ही काम पर जुट गए हैं. सीपी जोशी ने पदभार ग्रहण करने से पहले जहां प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी, वही पदभार ग्रहण करने के 1 दिन बाद ही बीजेपी राजनीति के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात कर चुनावी रणनीति मंथन किया. राज्य में विधानसभा चुनाव में 6 महीने का समय भी नहीं बचा, ऐसे में जोशी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सांसद सीपी जोशी को सौंपी है. सांसद सीपी जोशी ने भी पदभार संभालते ही चुनाव को लेकर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. यही कारण है कि सीपी जोशी ने पदभार संभालते ही पहले ही भाषण में कार्यकर्ताओं से कौन राज्य की कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया, वहीं कहा कि 6 महीने न सोएंगे और न सरकार को सोने देंगे.
वही दूसरे दिन भी दिल्ली पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं को जारी संदेश में सीपी जोशी ने आभार जताया और कहा कि कांग्रेस की भ्रष्ट और नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने में उनका साथ दें. इससे स्पष्ट अंदाजा लगाया जा सकता है कि सीपी जोशी आगामी चुनाव को लेकर कितने सतर्क और आक्रामक है.
इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने आज नई दिल्ली में देश के गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. क्योंकि चुनाव में बहुत कम वक्त बचा है ऐसे में सीपी जोशी ने अमित शाह से राजनीतिक रणनीतिक गुरु भी सीखें. जोशी ने आगामी चुनाव को लेकर भी अमित शाह से विस्तृत चर्चा की.
इस हफ्ते जयपुर आ सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष जोशी
जानकारी के अनुसार अभी संसद सत्र चल रहा है ऐसे ने सांसद सीपी जोशी दिल्ली में है लेकिन इस रविवार और शनिवार को जोशी के जयपुर आने की संभावना है. जयपुर प्रवास के दौरान सांसद जोशी पार्टी के प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं वही पार्टी पदाधिकारियों और मोर्चा के अध्यक्ष अन्य पदाधिकारियों की बैठक ले सकते हैं . इस बैठक में भी आगामी चुनावी रणनीति को लेकर मंथन कर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.