Jaipur : राजस्थान में सडकों बनाकर गहलोत सरकार गांवों तक कनेक्टविटी करने काम कर रही हैं. इसी कडी में सीएम गहलोत ने 4 हजार 817 करोड़ रुपए की लागत के 153 सड़क विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास किया. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार दुर्घटना रहित सुरक्षित और सुगम सफर के लिए अच्छी गुणवत्ता की सड़कों का जाल बिछा रही है. इससे निवेशकों के लिए एक सकारात्मक माहौल बना है और प्रदेश विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है. उन्होंने बजट घोषणाओं को तेज गति से धरातल पर उतारने के लिए सार्वजनिक निर्माण और अन्य विभागों की सराहना की. 


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उन्होंने कहा कि जयपुर में बन रहे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर रोड एण्ड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन से निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में और मजबूती आएगी. राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने का संकल्प लिया है. एक मजबूत सड़क तंत्र से मिशन-2030 का मार्ग प्रशस्त होगा.छले साढ़े चार साल में प्रदेश में सड़क विकास के उत्कृष्ट कार्य हुए हैं. 


प्रदेश में सुगम सड़क तंत्र


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आज प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों के गांव-ढाणियां सुरक्षित और सुगम सड़क तंत्र से जुड़ रहे हैं. जिससे आमजन को रोजगार मिला है और उनकी आय में वृद्धि हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा उच्च गुणवत्तापूर्ण सड़कों का विकास किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रदेश के 50 प्रमुख राज्य राजमार्गों को राष्ट्रीय राजमार्गों में क्रमोन्नत करने की मांग को लेकर कई बार केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया. राज्य में निवेश की प्रबल संभावना रखने वाले कई क्षेत्र हैं, इनके राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी तथा रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी, जिससे जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. गहलोत ने कहा कि स्टेट हाइवेज पर टोल संग्रहण के लिए फास्टैग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे आवागमन में सुगमता आई है. आमजन को समय की बचत हो रही है. 



धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा


धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों को सड़क से जोड़ने का कार्य भी प्राथमिकता से किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 1 लाख किलोमीटर से अधिक सडकों का विकास कराने का लक्ष्य रखा है. इसमें अभी तक 66 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का विकास हो चुका है.गर निगम, नगर परिषद और नगरपालिकाओं में भी पीडब्ल्यूडी के माध्यम से सड़कें बनवाई जा रही हैं. आगे भी नवीन सड़क निर्माण, सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ाईकरण के कार्य कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि तय समय सीमा में ही गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण होने से आमजन को राहत मिली है. वर्ष 2030 से पहले राज्य के 100 की आबादी वाले गांवों को भी सड़कों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा. राज्य सरकार 2030 तक राजस्थान को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शुमार करने का विजन लेकर चल रही है.


अर्थशास्त्रियों, लेखकों, पत्रकारों, विद्यार्थियों, सरकारी कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं, बुद्धिजीवियों, खिलाड़ियों सहित एक करोड़ प्रदेशवासियों से सुझाव लिए जाएंगे. राज्य सरकार इन्हें समाहित कर मिशन 2030 का विजन डॉक्यूमेंट जारी करेगी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था करीब 9 लाख 11 हजार करोड़ रुपए थी. यह आज करीब 14.14 लाख करोड़ रुपए है.इसे वर्ष 2030 तक करीब ढाई गुना बढ़ाकर 35.71 लाख करोड़ रुपए ले जाने का हमारा लक्ष्य है. सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने बताया कि सड़क विकास कार्यो के लोकार्पण-शिलान्यास से प्रदेश में विकास को एक नई गति मिलेगी. 


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