Jaipur: बम ब्लास्ट के आरोपियों के बरी होने के मामले में भाजपा अब सड़क पर उतर आई है. बीजेपी ने साफ कर दिया है कि जब तक पीड़ित व उनके परिवारजनों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक प्रदर्शनों का दौर जारी रहेगा. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा की आतंकी मरते थे तो सोनिया गांधी के आंसू नहीं रुकते थे, लेकिन ऐसे में सवाल खड़ा होता है जयपुर को छलनी करने वाले आतंकियों को सजा कैसे मिले? 


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बीजेपी की ओर से शनिवार को छोटी चौपड़ पर धरना दिया गया. इसमें वे नेता भी शामिल हुए, जिन्होंने लम्बे समय से पार्टी के कार्यक्रमों से दूरी बनाई हुई थी. इस दौरान बम्ब ब्लास्ट पीड़ित व उनके परिवाजन भी पहुंचे. धरने में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी ने कहा कि, ऐसे आतंकवादियों ने ही बाटला हाउस और सूरत बम में भी ब्लास्ट किया. इसमें दो एनकाउंटर में मारे गए. इसके बाद आपको सलमान खुर्शीद का बयान याद होगा. उन्होंने कहा था कि आतंकवादी मारे गए तो सोनिया गांधी की आंख के आंसू नहीं रुके. 


ये वही आतंकवादी हैं. इसलिए प्रश्न खड़ा होना स्वभाविक है कि उन्हें सजा कैसे मिले. जयपुर की जनता पूछ रही है कि बम ब्लास्ट में 71 लोगों ने जान गंवा दी, फिर आरोपी-दोषी कैसे छूट गए. दुर्भाग्य है कि मुख्यमंत्री ने सरकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील लाकर खड़े कर दिए गए, लेकिन बम ब्लास्ट के लोगों की पैरवी के लिए कोई वकील सरकार को नहीं मिलता है. जब तक न्याय नहीं मिलता भाजपा पीछे हटने वाली नहीं है.


वोट बैंक के लिए कांग्रेसी कर रही तुष्टिकरण- राठौड़ 


उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति और अनुसंधान की कमी के चलते गुनहगारों को बरी कर दिया गया, जो बहुत ही दुखद विषय है, अब तो जनता इसका जवाब कांग्रेस सरकार को देगी. हनुमान जी मंदिर में मानवता के हत्यारों ने बम ब्लास्ट कर कई लोगों को मौत के घाट उतारा और वहीं दूसरी ओर इन अपराधियों को कांग्रेस के कुशासन में निर्दोष मान छोड़ देना क्या प्रदर्शित करता है. वोट बैंक के लिए किया जा रहा तुष्टिकरण, अब अति हो चुकी है, जिसके परिणाम 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 5-6 सीटों के साथ विधानसभा में जाना पड़ेगा.


राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी ने कहा कि जब तक उन सभी मृत आत्माओं को शांति नहीं मिलेगी, जब तक इन गुनहगारों को फांसी पर चढ़ा नहीं दिया जाता, जो जघन्य अपराध 13 मई 2008 को जिसमें 71 लोगों ने अपनी जान गवाई और सैंकडों लोग जख्मी हुए उन सभी परिवारों को सच्चा इनसाफ जब ही मिलेगा जब गुनहगारों को फांसी पर लटका दिया जाएगा.


पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि जब घटना से जयपुर दहला हुआ था, जयपुर का एक-एक व्यक्ति खून देने को आतूर था, जख्मी लोगों के लिए कुछ भी करने को तैयार था, लेकिन आज इसके विपरीत कांग्रेस ने गुनहगारों को बरी करके अच्छा नहीं किया. जिस दुर्भाग्यपूर्ण फैंसला प्रशासन की जांच में लापरवाही के कारण जयपुर ने आज यह जो दंश छेला है, यह कांग्रेस की गहलोत सरकार को बहुत भारी पडेग


मौलाना गहलोत ने तुष्टीकरण की राजनीति की सराफ 


बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मौलाना बताया है. सराफ ने कहा कि मौलाना अशोक गहलोत ने तुष्टिकरण की राजनीति की है. उन्होंने केवल अपने आकाओं को खुश करने के लिए ऐसे वकीलों को लगाया. जिन्होंने कोर्ट में इस मामले की ढंग से पैरवी नहीं की.


इन्होंने भी सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा


सांसद रामचरण बोहरा, सांसद सुमेधानंद सरस्वती, विधायक निर्मल कुमावत,  पूर्व विधायक अशोक परनामी, राजपाल सिंह शेखावत, सुरेन्द्र पारीक, कैलाश वर्मा,  शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, विकास चौधरी नेसंबोधन दिया.


वे नेता नजर आए, जो अब तक दूर रहे


भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद बदलने के बाद पार्टी के धरने-प्रदर्शन का नजारा बदल गया. इस दौरान वे नेता भी नजर आए, जो पिछले तीन साल में यदा-कदा ही दिखे थे. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुट के नेता माने जाते हैं. धरने से एक बार फिर संदेश देने की कोशिश की गई कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और पार्टी एक है.


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