राइट टू हेल्थ बिल पर घमासान के बीच जयपुर में बोले गहलोत- डॉक्टर्स का काम बिजनेस नहीं
Jaipur News: एसएमएस मेडिकल कॉलेज को 75 वर्ष पूरे होने की प्लेटिनम जुबली पर शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान सीएम गहलोत ने डॉक्टर्स को लेकर बड़ी बात कही.
Jaipur: एसएमएस मेडिकल कॉलेज को 75 वर्ष पूरे होने की प्लेटिनम जुबली पर शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान सीएम गहलोत ने डॉक्टर्स को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स का काम बिजनेस नहीं सेवा है. राइट टू हेल्थ बिल पर मचे संग्राम के बीच आखिर और क्या बोले, देखिए इस खास रिपोर्ट में...
वैसे तो मौका था राजस्थान के सबसे बडे और पुराने एसएमएस मेडिकल कॉलेज की प्लेटिनम जुबली का,लेकिन इस दौरान सीएम गहलोत ने प्राइवेट हॉस्टिपल को लेकर बडी बात कही.उन्होंने कहा कि हम जल्द ही राइट टू हेल्थ बिल ला रहे हैं. कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल विरोध कर रहे है. उन्हें समझना चाहिए. यह बिजनेस नहीं है. सेवा है. हमने समझाने का प्रयास किया है क्योंकि उनका कर्तव्य है. यहां एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक में आयोजित हुए उद्घाटन और सम्मान समारोह में सीएम अशोक गहलोत के साथ चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, चिकित्सा शिक्षा सचिव टी रविकांत,आरयूएचएस के कुलपति डॉ. सुधीर भंडारी शामिल हुए.
सभी को गर्व, क्योंकि एसएमएस ने काम ही ऐसा किया
इस दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि यह संस्थान इतिहास बना चुका है. 75 साल का सफर पूरा करते हुए यहां तक पहुंचे हैं. सभी बैच के लोगों को गर्व महसूस हो रहा है क्योंकि एसएमएस ने काम ही ऐसा किया है. कोविड में भी एसएमएस ने शानदार काम किया है. चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि एसएमएस की जितनी प्रशंसा की जाए उतना कम है. सरकार के विजन की बदौलत अब सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज है. मेडिकल क्षेत्र में पिछले चार साल में काम हुआ, उतना देश के किसी राज्य में नहीं हुआ.अब तो राजस्थान से बाहर भी चिरंजीवी योजना से निशुल्क इलाज हो रहा है.
डाक विभाग ने जारी किया एसएमएस के प्लेटिनम जुबली का डाक टिकट –कार्यक्रम में डाक विभाग द्वारा जारी किए गए एसएमएस मेडिकल कॉलेज के 75 साल पूरे करने पर विशेष डाक टिकट का भी अनावरण किया गया. वहीं एक डॉक्यूमेंट्री में एसएमएस के 75 साल का सफर दिखाया गया.
राजस्थान का सबसे बडा अस्पताल एसएमएस में लगातार निशुल्क सेवाएं दी जा रही है.ऐसे में अब निजी अस्पताल वालों को भी राइट टू हेल्थ बिल को लेकर सोचना होगा.वहीं अशोक गहलोत ने राइट टू सोशल को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिख चुके है,ताकि देश के लोगों के लोग सुरक्षित महसूस कर सके.