Leader of the Opposition of Rajasthan: राजस्थान में भाजपा की नई सरकार के गठन के बाद अब कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति का काउंटडाउन शुरू हो गया है. नेता प्रतिपक्ष के पद की नियुक्ति के लिए पार्टी में उच्च स्तर पर मंथन चल रहा है. इस रेस में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सबसे आगे चल रहे हैं, तो वहीं करीब आधा दर्जन नेता कतार में है.


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दरअसल विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की हार के बाद जहां एक ओर हार के पहलू पर मंथन किया जा रहा है तो वहीं दूसरी और नेता प्रतिपक्ष का चुनाव भी किया जाना है. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष का ऐलान कर दिया है और नए चेहरों को तरजीह दी है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या राजस्थान में भी जेनरेशनल शिफ्ट देखने को मिलेगा या पार्टी के प्रमुख दावेदारों के हाथ में कमान आएगी.


नेता प्रतिपक्ष को लेकर जहां गोविंद सिंह डोटासरा का नाम सबसे आगे है तो वहीं आदिवासी समाज से आने वाले महेंद्रजीत मालवीया, सचिन पायलट, राजेंद्र पारीक और हरीश चौधरी के नाम की भी चर्चाएं हैं. साथ ही माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष के साथ उप नेता प्रतिपक्ष की भी नियुक्ति हो सकती है. साथ ही सचेतक के नाम पर भी फैसला होगा. इनमें अशोक चांदना और मुकेश भाकर जैसे युवा चेहरों को जिम्मेदारी दी जा सकती है. हालांकि नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर पार्टी अब भी खेमों में बटी हुई दिखाई दे रही है. गहलोत खेमा चाहता है कि गोविंद सिंह डोटासरा को यह जिम्मेदारी मिले तो वहीं दूसरे खेमे के दिग्गज भी लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं. हालांकि विधायकों ने इसका फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है.


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