Rajasthan Congress : राजस्थान कांग्रेस में उपजे विवाद को सुलखने के लिए चुनावी साल में कवायद शुरू हो गई है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के नेतर्तव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा विधायकों से वन टू वन संवाद कर रहे हैं. पहले दिन अजमेर और जोधपुर संभाग के विधायकों से फीडबैक लिया गया. 


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इसी बीच कांग्रेस के संवाद में पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा के इंट्रोडक्शन स्टाइल से विधायक नाराज नजर आए. सूत्रों के हवाले से खबर है कि संवाद कार्यक्रम में डोटासरा ने विधायक राकेश पारीक, हरीश मीणा को मानेसर वालों के नाम से विधायकों का परिचय करवाया. इस पर विधायकों के एक्सप्रेशन बिगड़ गए. जिसके बाद विधायकों ने प्रभारी के सामने ही जताई नाराजगी.


विधायकों ने तुरंत पीसीसी चीफ और प्रभारी को जवाब देते हुए कहा कि हम आलाकमान के सामने अपनी बात रखने गए थे, और वहीं पर हमसें मिलने अहमद पटेल, प्रियंका गांधी पहुंचे थे, विधायक ने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा, तो सरकार रिपीट होना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन होगा. इस पर प्रभारी रंधावा ने अकेले में की विधायकों से चर्चा की.


वन टू वन संवाद के बाद कांग्रेस विधायक राकेश पारीक ने कहा कि मैंने अपने मन की बात पार्टी नेताओं को बताई है. सरकार ने अच्छा काम किया, जनता में उसका अच्छा रिस्पांस. विधानसभा चुनाव में हम फिर से प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे. सीएम गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही पार्टी के एसेट हैं. राहुल गांधी भी दोनों को एसेट बता चुके हैं. सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी. दोनों बड़े नेता हैं हम तो उनके आगे कुछ नहीं.


वहीं विधायक हरीश मीणा ने कहा कि सुधार की गुंजाइश तो हमेशा रहती है. साथ ही कहा कि पार्टी और जनहित के विषयों पर खुलकर चर्चा हुई. जो भी बात नेताओं ने पूछी उस पर अपने विचार रखे. प्रत्येक विधायक के साथ संवाद में कोई समय सीमा नहीं है. हालांकि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर के सवाल पर कहा कि इस बारे में मैं क्या कह सकता हूं? बाद में हरीश मीणा ने कहा मैं विधायक के नाते यहां आया था.


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