Hanuman Beniwal on PM Modi : आज से संसद भवन में मॉनसून सत्र का आगाज हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्र के आगाज से पहले मणिपुर की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना को शर्मसार करने वाला बताया है. वहीं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने घटना को लेकर मोदी सरकार को घेरा और यहां तक कह दिया कि वह काम कम और बातें ज्यादा करते हैं.


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हनुमान बेनीवाल ने मणिपुर की घटना को लेकर कहा कि वहां जिस तरह से 2 महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया जाता है, ऐसी घटना देश को शर्मसार करने वाली करने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी-बड़ी डींगे हांकते हैं, लेकिन मणिपुर में उनकी खुद की सरकार है. गृह मंत्री वहां का दौरा कर चुके हैं. भले ही सरकारी आंकड़ों में मौतों की संख्या 150 बताई जा रही हो, लेकिन हकीकत में यह आंकड़ा हजारों में हो सकते हैं. वहां विधायकों पर भी हमले हुए हैं.


मोदी बातें ज्यादा और काम कम करते हैं


हनुमान बेनीवाल ने राष्ट्रपति शासन की मांग करते हुए कहा कि मणिपुर में हो रही हिंसा पर केंद्र सरकार को राज्यपाल से रिपोर्ट लेकर, वहां पर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए और ऐसे उपद्रवियों पर एक्शन लेकर सरकार को उन्हें सलाखों के पीछे डालना चाहिए. मणिपुर हमारे देश का एक अभिन्न अंग है. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर यह घटना दिल्ली या बंगाल में हुई होती तो तुरंत इस पर रिपोर्ट लेकर उस बात का बखेड़ा बना दिया जाता, लेकिन मणिपुर के मामले में केंद्र सरकार सॉफ्ट है. हमने ऑल पार्टी मीटिंग में भी इसका मसला उठाया है. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने हमें आश्वस्त किया है कि इस घटना पर सदन में चर्चा होगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि पीएम मोदी बातें ज्यादा करते हैं और काम कम करते हैं देश उनको जान चुका है 2024 में उनकी राह आसान नहीं होने वाली है.


 



बेनीवाल ने ERCP को लेकर भी घेरा


वहीं दूसरी ओर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वह मॉनसून सत्र के दौरान टमाटर और सब्जियों की महंगाई के मुद्दे के साथ-साथ बेरोजगारी और ईस्टर्न राजस्थान कैनाल का भी मुद्दा उठाएंगे. बेनीवाल ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जल संसाधन मंत्री राजस्थान से आते हैं, लेकिन उनका कहना है ईस्टर्न कैनाल का मसला राज्य सरकार का है, जबकि राज्य सरकार दिल्ली से सहायता मांग रही है. ऐसे में दोनों के बीच ईआरसीपी का मामला अटक गया है, इसलिए हमारी मांग है कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित की जाए. राजस्थान के जो पूर्वी जिले जैसे कि करौली, भरतपुर से लेकर हाड़ौती तक को इससे राहत मिलेगी. पीने और सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. वहीं पुराने संसद भवन में मॉनसून सत्र के आगाज को लेकर भी हनुमान बेनीवाल निशाना साधा और कहा कि दुर्भाग्य है संसद भवन का जोर-शोर से उद्घाटन किया गया, लेकिन उसमें पानी भरा हुआ है. हमें पुराने भवन में ही बैठना पड़ेगा. इससे बड़ा देश में कोई दुर्भाग्य नहीं हो सकता.


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