Rajasthan Politics : राजस्थान की 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत की रणनीतियों में व्यस्त हैं. इन सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा था, लेकिन बसपा के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद मुकाबला और रोचक हो गया है. लखनऊ में हुई एक बैठक के बाद बसपा ने प्रदेश की सभी 5 सीटों पर उपचुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि बसपा ने सभी 5 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू कर दी हैं.


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BSP ने मीटिंग में की चुनाव लड़ने की घोषणा



प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि 23 जून को लखनऊ में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें देशभर के सभी पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि पार्टी पूरे देश में होने वाले उपचुनावों में हिस्सा लेगी. इसी के तहत, राजस्थान की 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी बसपा भाग लेगी. साथ ही, आने वाले निकाय चुनावों में भी बसपा अपने प्रत्याशी खड़े करेगी.



6 सीटों पर BSP की हुई थी जीत



2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने राजस्थान में 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. 2023 के विधानसभा चुनाव में बसपा को केवल 2 सीटें ही मिल पाईं. अब बसपा फिर से मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है.



क्या है राजस्थान की इन सीटों का समीकरण?



आपको बता दें कि प्रदेश के 5 विधायकों ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है. इस कारण देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, झुंझुनूं, और दौसा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. वर्तमान में देवली-उनियारा, दौसा और झुंझुनूं सीटें कांग्रेस के पास हैं, जबकि चौरासी सीट भारतीय आदिवासी पार्टी और खींवसर सीट आरएलपी के पास है.