Rajasthan Politics: नेता प्रतिपक्ष बनेंगे गोविंद डोटासरा तो कौन होगा पीसीसी चीफ?
राजस्थान में 19 जनवरी से विधानसभा सत्र का आगाज होना है, लेकिन उससे पहले कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष तय करना है. इसे लेकर दिल्ली में एक अहम बैठक भी हुई है.
Rajasthan Congress: राजस्थान में 19 जनवरी से विधानसभा सत्र का आगाज होना है, लेकिन उससे पहले कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष तय करना है. इसे लेकर दिल्ली में एक अहम बैठक भी हुई है. खबरों के अनुसार पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जा सकता है, ऐसे में सवाल है कि फिर प्रदेश कांग्रेस का नया मुखिया कौन होगा?
दरअसल 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे, इसके बाद सत्ता में भाजपा एक बार फिर काबिज हो गई, पिछले 1 महीने के दरमियान भाजपा ने ना सिर्फ सरकार बनाई बल्कि मंत्रिमंडल विस्तार भी किया, लेकिन कांग्रेस अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं चुन पाई है. दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्षता में एक बैठक हुई. इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के साथ कई अन्य प्रदेश के नेता मौजूद रहे. इस बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर चर्चा की गई. हालांकि डोटासरा को अगर नेता प्रतिपक्ष बनाया जाता है तो पीसीसी चीफ की कुर्सी खाली हो जाएगी. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर पीसीसी चीफ कौन होगा?
कौन होगा पीसीसी चीफ
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर भी पार्टी लगातार मंथन कर रही है. अगर डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी जाती है तो हाई कमान प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर एक ऐसा नाम ला सकती है, जिस पर गहलोत और पायलट गुट की सहमति हो. हालांकि सोमवार को दिन भर नेताप्रतिपक्ष के तौर पर टीकाराम जूली का नाम भी उछलता रहा. टीकाराम जूली अलवर जिले से आते हैं और दलित चेहरा है. हालांकि टीकाराम जूली का नाम पीसीसी चीफ की रेस में भी है. वहीं कहा जा रहा है कि पीसीसी चीफ के साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए जा सकते हैं. वहीं चर्चाओं में हरीश चौधरी और महेंद्रजीत सिंह मालवीय का नाम भी है. ऐसे में देखना बेहद दिलचस्प होगा कि पार्टी किस नेता प्रतिपक्ष की कमान देती है और किसे पीसीसी चीफ बनाया जाता है. माना जा रहा है कि आगामी 2 से 3 दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी.