SBU operation: रूस के यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर हमले के बाद SBU ने कई हाई-प्रोफाइल हमले किए हैं. इनमें रूसी सैन्य अधिकारियों और पुतिन के करीबी सहयोगियों को निशाना बनाना शामिल है. आइए इस एजेंसी के बारे में समझते हैं.
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Russian general killed: रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. इसी बीच मंगलवार को मॉस्को में रूस के न्यूक्लियर डिपार्टमेंट के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की उनके अपार्टमेंट के बाहर मार दिया गया है. इस मर्डर ने युद्ध के तनाव को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है. स्कूटर में विस्फोट से हुए इस हमले ने क्रेमलिन के वरिष्ठ अधिकारियों और रूसी सेना को हक्का-बक्का कर दिया. इस हत्या की जिम्मेदारी यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU (Sluzhba bezpeky Ukrainy) ने ली है. आइए इस एजेंसी के बारे में समझते हैं कि आखिर कैसे इसने पुतिन के तिलिस्म को तोड़ दिया है.
आखिर कैसे हो गई ये घटना..
इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना मॉस्को के Ryazansky Prospekt इलाके में मंगलवार सुबह 6:12 बजे हुई. इगोर किरिलोव और उनके सहयोगी जैसे ही अपनी बिल्डिंग से बाहर निकले, पास खड़े एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में जोरदार विस्फोट हुआ. धमाके के लिए 300 ग्राम TNT का इस्तेमाल किया गया था. इस धमाके में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. धमाके से आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा. SBU सूत्रों के अनुसार, यह हमला सोच-समझकर और पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया.
कौन थे इगोर किरिलोव?
दरअसल, 54 वर्षीय इगोर किरिलोव रूस के न्यूक्लियर फोर्सेज के प्रमुख थे और अप्रैल 2017 में उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया था. वे पुतिन के करीबी माने जाते थे और रूस के रासायनिक, जैविक और रेडिएशन हथियारों के डिपार्टमेंट का नेतृत्व कर चुके थे. किरिलोव पर यूक्रेन में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आदेश देने का आरोप था, जिसके चलते कई देशों ने उन पर प्रतिबंध लगाए थे. उनकी हत्या के एक दिन पहले SBU ने उन्हें "युद्ध अपराधी" घोषित कर उनकी तस्वीर के साथ "Suspect" का लेबल जारी किया था.
अब समझते हैं कि ये SBU कौन सी एजेंसी है..
रिपोर्ट्स के मुताबिक SBU Sluzhba bezpeky Ukrainy, यूक्रेन की खुफिया एजेंसी है, जो अपने साहसिक और खतरनाक ऑपरेशनों के लिए जानी जाती है. 2022 में रूस के यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर हमले के बाद, SBU ने कई हाई-प्रोफाइल हमले किए हैं. इनमें रूसी सैन्य अधिकारियों और पुतिन के करीबी सहयोगियों को निशाना बनाना शामिल है. एजेंसी ने दुश्मनों को डराने और युद्ध के मैदान में यूक्रेन का मनोबल बढ़ाने के लिए कई ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है.
खौफ और रणनीति... इस समय रूस है निशाना
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक SBU ने इस हत्या को "स्पेशल ऑपरेशन" करार दिया है. एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि किरिलोव जैसे अधिकारी वैध लक्ष्य थे क्योंकि उन्होंने युद्ध अपराधों को अंजाम दिया था. SBU के अनुसार, रूस ने 4,800 से अधिक बार यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है. इससे हजारों यूक्रेनी सैनिकों को जहरीली गैस से प्रभावित होना पड़ा है. एजेंसी की रणनीति अब रूसी सेना के उच्च अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों को निशाना बनाने की है.
कम खौफनाक नहीं है SBU
SBU को 1991 में यूक्रेन की स्वतंत्रता के बाद स्थापित किया गया था. हालांकि, 2022 के बाद से यह एजेंसी रूस के खिलाफ युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. SBU ने केवल रूस के अंदर ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. इसे "आसमान से उतरने वाला न्याय" का प्रतीक कहा जाने लगा है.
अब SPYGAME में भी SBU की एंट्री
इगोर किरिलोव की हत्या मॉस्को में SBU का अब तक का सबसे साहसिक कदम है. यह हमला यूक्रेन की ओर से रूस को एक स्पष्ट संदेश है कि वह युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों को कहीं भी सुरक्षित नहीं रहने देगा. SBU ने पुतिन के तिलिस्म को तोड़ते हुए रूस के भीतर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है. फिलहाल रूस ने इस घटना के बाद जवाबी कार्रवाई के संकेत दिए हैं.