Lakshyraj - Vishvraj Mewar: राजस्थान के चुनावी मौसम में दल-बदल और दिग्गजों के सियासत में कदम रखने का दौरा तेज हो गया है. भाजपा का कुनबा मंगलवार को तब और बढ़ गया, जब महाराणा प्रताप के वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ और करणी सेवा के संस्थापक रहे लोकेंद्र सिंह कालवी के पुत्र भवानी सिंह कालवी ने भाजपा का दामन थाम लिया. इसके बाद विश्व राज सिंह और भवानी सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. दोनों दिग्गज राजपूत चेहरे की भाजपा में एंट्री कराने के पीछे विद्याधर नगर से भाजपा उम्मीदवार दीया कुमारी का हाथ बताया जा रहा है.


लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को लेकर भी चर्चाएं तेज


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विश्वराज सिंह मेवाड़ महाराणा प्रताप के वंशज भगवत सिंह मेवाड़ के पोते हैं. उनके पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ है. पिछले लंबे वक्त से उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के भी सियासत में कदम रखने को लेकर चर्चाएं हैं. उनके कभी लोकसभा तो कभी विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं चलती रहती हैं. मंगलवार को भी चर्चाएं थी कि लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भाजपा का दामन थाम सकते हैं, लेकिन उनके चचेरे भाई विश्व राज सिंह मेवाड़ ने भाजपा का दामन थाम कर सबको चौंका दिया. इसके बाद अब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. माना जा रहा है कि लक्ष्यराज भी अगले एक-दो दिनों में बड़ा कदम उठा सकते हैं.


 



गौरतलब है कि विश्व राज सिंह मेवाड़ के पिता महेंद्र सिंह मेवाड़ का भी सियासत से नाता रहा है. साल 1989 के लोकसभा चुनाव में महेंद्र सिंह मेवाड़ ने भाजपा के टिकट पर चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड एक 1.9 लाख वोटों से जीत हासिल कर संसद पहुंचे थे. हालांकि बाद में महेंद्र सिंह मेवाड़ ने कांग्रेस का दामन थाम लिया और 1991 में लोकसभा का चुनाव लड़ा और भाजपा के जसवंत सिंह के सामने चुनाव हार गए.


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