Rajendra Gudha : राजस्थान की अशोक गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मुझे माफी मांगने को कहा गया लेकिन मैंने संघर्ष का रास्ता चुना है. गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री मुझ से रिजाइन मांगते तो रिजाइन दे देता यदि कोई आदमी बड़े से बड़ा अपराधी हो जाता है. टेरेरिस्ट भी है उस पर भी मुकदमा चलता है. एक सेकंड में फैसला कर दिया. उसकी भी अपील है, लोअर कोर्ट की अपील हाईकोर्ट में, हाईकोर्ट की सुप्रीम कोर्ट में अपील है और सुप्रीम कोर्ट की राष्ट्रपति के पास अपील है, लेकिन मुझे एक सेकंड में ही हटा दिया. मैंने क्या पाप किया था. विधानसभा में सबको पता चलेगा कि यह लाल लहरी अप्पा है या हकीकत.


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विधानसभा चल रही है तो सारी बातें विधानसभा के अंदर ही करूंगा. मुझे विधानसभा में बोलने की वजह से बर्खास्त किया है. इसका जवाब में विधानसभा में ही देना चाहता हूं. जो भी खतरा है चाहे सदस्यता का हो या फिर मुकदमे भी लगे हैं. मुझे जेल में डालने का भी खतरा है. मैं संघर्ष करूंगा. रंधावा जी ने कहा कि माफी मांगों और माफी के बाद वह माफ कर देंगे. लेकिन मैंने माफी मांगने का निर्णय नहीं किया, मैंने संघर्ष करने का निर्णय लिया है.


 



मैं हमारी बहन-बेटियों के लिए संघर्ष करूंगा. जिन्होंने मुझे चुनाव जीता कर एक उम्मीद के साथ विधानसभा में भेजा था. उनके लिए कुछ अच्छा कर पाऊंगा. तब मैं कुछ कर नहीं पाया. हमारे मुंह में ताले लगा दिए गए थे, अब मैंने माफी नहीं मांगने का निर्णय लिया है. राव शेखा का वंशज हूं, रलावता में एक महिला की रक्षा के लिए तीन पीढ़ियां एक साथ कट गई थी. रंधावा को मेरी हिस्ट्री देखनी चाहिए.


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