Vasundhara Raje : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को सवाई माधोपुर में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के आगाज पर आयोजित सभा में ERCP का मुद्दा उठाया. वहीं इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने अपनी पूर्ववर्ती सरकारों की तारीफ करते हुए एक तरह से खुद को प्रोजेक्ट किया. राजे ने सभा में मौजूद लोगों से भाजपा को सत्ता में लाने का आवाहन किया.  


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सवाई माधोपुर के दशहरा मैदान में आयोजित सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने न केवल ERCP मुद्दा उठाया बल्कि गहलोत सरकार को भी इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया. राजे ने कहा कि  ईआरसीपी को जमीन पर लाने के लिये उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त, 2005 को मध्यप्रदेश के साथ नदियों के पानी के बँटवारे को लेकर समझौता किया. लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आ गई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई.


 



राजे ने कहा कि हमारी दुबारा सरकार आई तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया. वर्ष 2017-18 व 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज व ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिये साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया. इसलिये 13 जिलों की जनता प्यासी रही. जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझाते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिये. जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हैक्टेयर सिंचाई और पेयजल मिलेगा. तीसरे बांध पाटनपुर का काम भी निर्माणाधीन है.


पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राजस्थान के हिस्से का एक बूँद भी पानी कम नहीं होने देंगे. चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं ख़ुद के हितों की चिंता है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के हितों पर कठुराघात नहीं होने देंगे. कमल खिलायेंगे. भाजपा को लायेंगे.


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