Swachh Bharat Mission Gramin: के के गुप्ता ने ली समीक्षा बैठक, कहा- डोर टू डोर कचरा संग्रहण हो
Pratapgarh news: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को लेकर आज कलेक्ट्रेट सभागार में के के गुप्ता सदस्य एनएसएससी, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण भारत सरकार एवं कोर्डिनेटर, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया.
Pratapgarh news: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को लेकर आज कलेक्ट्रेट सभागार में के के गुप्ता सदस्य एनएसएससी, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण भारत सरकार एवं कोर्डिनेटर, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण,राजस्थान सरकार और जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया.
स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा
गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों से ब्लॉकवार स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा की और ओ डी एफ और ओ डी एफ प्लस गांव की जानकारी ली तथा सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अपने गांव और शहर को स्वच्छ रखना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है.
उन्होंने सॉलिड एवं लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट, वेस्ट वाटर मैनेजमेंट(ग्रे और ब्लैक वाटर मैनेजमेंट), लिगेसी वेस्ट, कचरा प्रबंधन, नालियों सहित अन्य व्यवस्थाओं और बिंदुओं पर चर्चा कर कहा कि तरल एवं ठोस कचरे को अलग–अलग इकट्ठा करे और डोर टू डोर कचरा संग्रहण नियमित और समयबद्ध रूपसे हो.
विभिन्न मानकों पर समीक्षात्मक चर्चा
जिला कलक्टर डॉ. राजोरिया ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत विभिन्न मानकों पर समीक्षात्मक चर्चा की. जिला कलक्टर ने अधिकारियों से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और विद्यालयों में महिला–पुरुष शौचालय और सफाई एवं जल व्यवस्थाओं की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने बेस्ट प्रैक्टिस के उदाहरण देते हुए कहा कि दूसरों से सीखे और सदैव खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करें.
गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा को लोगों को स्वच्छता के प्रति अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएं और लोगो को स्वच्छता का महत्व बताएं.
योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन
साथ ही लोगों को स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाए और सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि जितनी सफाई घर के अंदर है उतनी बाहर रखे, अस्वच्छता अधिकतर बीमारियों का कारण है. उन्होंने कहा कि आमजन को अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों पर विश्वास है कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर उस भरोसे को कायम रखे.
उन्होंने कहा कि मॉडल गांव बना कर उन्हे उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करे ताकि अन्य भी प्रेरित हो सके साथ ही एक दूसरे से सीख कर बेहतर कार्य करें. उन्होंने यह भी कहा कि प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें.
यह भी पढ़ें:शाहपुरा: आखिर कहा हैं JEN अर्चना सुमन? AENऑफिस में लगे कैमरे खंगाल रही है ACB की टीम