Pratapgarh: प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय के नजदीकी बसाड गांव में एक बंदर के बच्चे के सिर में पानी का लोटा फंस गया. बंदर के बच्चे के सिर में फंसे इस लोटे को निकालने के लिए वन विभाग को भी खासी मशक्कत करनी पड़ी और 35 घंटे के बाद बंदर के बच्चे के सिर से लोटा निकल पाया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कार्यवाहक एसीएफ दारा सिंह राणावत ने बताया कि उन्हें ग्रामीणों ने सूचना दी कि गांव में एक मादा लंगूर के पास एक बच्चा है, जिसके सिर में पानी का लोटा फंसा हुआ है. लोटा फंसा होने के कारण लंगूर के बच्चे की मौत भी हो सकती है. ऐसे में सूचना पर एसीएफ के नेतृत्व में वन विभाग का दस्ता बसाड गांव पहुंचा. वन विभाग के दस्ते ने लंगूर को पकड़ने के काफी प्रयास किए, लेकिन वह उनके हाथ नहीं आई और अपने बच्चे को लेकर पेड़ और मकान की छतों पर घूमती रही.


यह भी पढ़ें-Rajasthan Monsoon Update: झमाझम बारिश ने प्रदेशवासियों को भिगोया, अगले 5 दिनों तक येलो अलर्ट


बाद में वन विभाग के दस्ते ने पशु चिकित्सकों की राय पर केले में नींद की गोली मिलाकर मादा लंगूर को खिलाई. लंगूर पर बेहोशी छाने के बाद वन कर्मियों ने बच्चे के सिर से लोटे को निकाला. बच्चे के सिर में लगभग 35 घंटे तक लोटा फंसा रहा, जिसके चलते लंगूर के बच्चे को खाना पानी नहीं मिल पाया. जिससे उसकी हालत खराब हो गई. बाद में फोन करना ना बच्चे का चिकित्सक से उपचार करवाकर फिर से मां के पास छोड़ दिया.


Reporter- Vivek Upadhyay


अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें