US से हरी झंडी मिलते ही यूक्रेन बना फ्लावर से फायर, रूस पर दागीं 6 बैलिस्टिक मिसाइल.. अब छोड़ेंगे नहीं पुतिन!
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US से हरी झंडी मिलते ही यूक्रेन बना फ्लावर से फायर, रूस पर दागीं 6 बैलिस्टिक मिसाइल.. अब छोड़ेंगे नहीं पुतिन!

ATACMS missiles: रूस पर यह मिसाइल अटैक बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को गहरे हमले की अनुमति दिए जाने के एक दिन बाद हुआ. यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका से इन मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति मांग रहा था. (Photo: AI)

US से हरी झंडी मिलते ही यूक्रेन बना फ्लावर से फायर, रूस पर दागीं 6 बैलिस्टिक मिसाइल.. अब छोड़ेंगे नहीं पुतिन!

Ukraine Russia conflict: आखिरकार वही हुआ जिसका अंदाजा था. उधर जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने की अनुमति दी.. इधर यूक्रेन फ्लॉवर से फायर हो गया. फिर हुआ यह कि यूक्रेन ने अमेरिका से ही मिली लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलों का इस्तेमाल रूस पर कर दिया. उसने रूस के ब्रांस्क सीमा क्षेत्र में एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया. यह पहला मौका है जब यूक्रेन ने इन मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए रूस के अंदर हमला किया है.

छह बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला..
असल में रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार सुबह 3:25 बजे स्थानीय समयानुसार यूक्रेन ने छह बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया. हालांकि यह जरूर कहा गया कि इनमें से पांच मिसाइलों को रूस की वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया, जबकि छठी मिसाइल के टुकड़े एक सैन्य स्थल पर गिरे, जिससे हल्की आग लगी. मंत्रालय ने कहा कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ और नुकसान भी न्यूनतम रहा.

रूस ने हथियारों के इस्तेमाल पर चेतावनी देते..
यह हमला बाइडेन प्रशासन द्वारा यूक्रेन को गहरे हमले की अनुमति दिए जाने के एक दिन बाद हुआ. यूक्रेन लंबे समय से अमेरिका से इन मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति मांग रहा था. वहीं रूस ने पश्चिमी हथियारों के इस्तेमाल पर चेतावनी देते हुए कहा कि यह अमेरिका को सीधे संघर्ष में शामिल कर सकता है और रूस इसकी उचित प्रतिक्रिया देगा.

बाइडेन ने इस फैसले को मंजूरी दी..
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल खत्म होने से ठीक दो महीने पहले इस फैसले को मंजूरी दी. इस कदम पर यूक्रेन के विदेश मंत्री ने इसे युद्ध में बदलाव लाने वाला बताया, जबकि रूस ने इसे तनाव बढ़ाने वाला कदम कहा. बाइडेन के बाद पदभार संभालने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन के प्रति कम सहानुभूतिपूर्ण माना जा रहा है. ऐसे में देखना होगा कि आगे क्या होने वाला है, क्योंकि इस हमले के बाद पुतिन भी चुप नहीं बैठेंगे. 

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