Pratapgarh News: राजस्थान में प्रतापगढ़ के देवगढ़ स्थित प्राचीन बाण माता और देराश्री मंदिर में घट स्थापना को लेकर विवाद हो गया. ग्रामीणों और महल मालिक के बीच हुए विवाद के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश कर मामले को शांत करवाया. देवस्थान विभाग की ओर से महल के अंदर स्थित इन प्राचीन मंदिरों में पूजा-अर्चना के आदेश जारी किए गए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Bikaner News: खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा की प्रेसवार्ता



महल मालिक ने ग्रामीणों को घट स्थापना से रोका उसके बाद तनाव पैदा हो गया. दरअसल जिले के देवगढ़ स्थित महल में प्राचीन बाण माता और देरा श्री मंदिर स्थित है. जहां हमेशा ग्रामीणों द्वारा पूजा-अर्चना की जाती है. दोनों मंदिर देवस्थान विभाग के अधीन आते हैं. राज्य सरकार की ओर से दोनों मंदिर में शारदीय नवरात्रि महोत्सव मनाने के आदेश जारी किए गए हैं. 


 



देवस्थान विभाग की ओर से जारी इन आदेशों के अनुसार शारदीय नवरात्रि में इन मंदिरों में विद्युत सजावट, भजन, आरती, घट स्थापना, मूर्तियों का श्रंगार, कन्या पूजन आदि आयोजन किए जाने हैं. इसी को लेकर आयोजनकर्ता ग्रामीणों के साथ आज जब मंदिर में पहुंचे, तो महल मलिक भानुप्रताप लोहिया ने ग्रामीणों को घट स्थापना से रोक दिया. इसको लेकर विवाद हो गया. 


 



मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से समझाइश की. तनाव बढ़ता देख पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों का आरोप है कि महल मालिक ने राज कार्य में बाधा उत्पन्न की और उन्हें घट स्थापना से रोका. दूसरी ओर महल मालिक भानुमित्र द्वारा मंदिर पर आने जाने वाले रास्ते को निजी बताते हुए कहां गया कि आराधना के नाम पर ग्रामीण यहां विवाद कर रहे थे. 


 



बाद में समझाइश के बाद यहां पर धार्मिक कार्यक्रम शुरू किए गए. देवगढ़ थाने में दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दी गई है. दरअसल महल मालिक पर पहले भी इस महल से कई प्राचीन धरोहर खुर्द बुर्द करने के आरोप लग चुके हैं.