प्रतापगढ़/धरियावद/छोटीसादड़ी/पीपलखूंट: प्रतापगढ़ जिले के पांचों महाविद्यालय में रिजल्ट का इंतजार शनिवार को दोपहर 3:00 बजे बाद ही समाप्त हो सका. हालांकि पीजी महाविद्यालय प्रतापगढ़ को छोड़ दिया जाए तो बाकी के नतीजे लगभग दोपहर 1:00 बजे तक जारी हो चुके थे. इस दौरान छोटीसादड़ी और पीजी महाविद्यालय में गड़बड़ी के आरोप को लेकर एबीवीपी का धरना प्रदर्शन चलता रहा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीपलखूंट में भी बीपीवीएम और एससीएसटी मोर्चा के बीच तनाव पूर्ण माहौल बना. हालांकि बाद में पुलिस ने स्थिति संभाल ली. प्रतापगढ़ राजकीय महाविद्यालय में पिछले 7 बार से एबीवीपी के अध्यक्ष की सीट आखिरकार एबीवीपी का ही निर्दलीय बागी ने छीन ली. जबकि कन्या महाविद्यालय पीपलखूंट और धरियावद में बीपीवीएम ने चारों पदों पर कब्जा जमाया है.


ये भी पढ़ें- कोरोना के 2 साल बाद फिर दौड़ेगी शाही ट्रेन, पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को मिली हरी झंडी


एबीवीपी का सूपड़ा साफ


छोटीसादड़ी में एनएसयूआई ने एबीवीपी का सूपड़ा साफ कर दिया और पीजी महाविद्यालय में उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव के तीनों पद पर प्रत्याशियों की जीत के साथ एबीवीपी ने अपनी साख बचा ली. इस दौरान दिनभर विरोध प्रदर्शन चलते रहे कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया गया. छोटीसादड़ी में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के ऊपर एबीवीपी ने तोड़ फोङ का आरोप लगाया.


यहां पहली बार बीपीवीएम का दबदबा
पीजी महाविद्यालय के नतीजे तो 1:00 बजे तक वायरल होने लगे, लेकिन घोषणा करते-करते 3:15 बज गए. कॉलेज प्रशासन ने मीडिया को ही चुनाव से दूर कर दिया. यहां तक की शपथ ग्रहण के दौरान भी मीडिया को नहीं आने दिया गया. अधिकारी के रूप से चुनाव अधिकारी घोषणा तक नहीं कर पाए, जबकि दोपहर 1:00 बजे तक पीजी महाविद्यालय के नतीजे सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे थे, दोपहर 3:00 बजे के बाद कॉलेज प्रशासन ने गुपचुप जीतने वाले प्रत्याशियों को शपथ दिलवा दी और इसकी जानकारी तक मीडिया को नहीं दी गई, जब पीजी महाविद्यालय चुनाव अधिकारी एसएम रॉय से इस संबंध में सवाल पूछे गए तो उनके पास जवाब तक नहीं थे. बाद झुंझलाहट में मीडिया को यह कह डाला कि मेरे से जो हुआ मैंने कर लिया. सत्ता पक्ष के दबाव के सवाल में भी उनके पास जवाब नहीं थे. दोनों महाविद्यालय में पहली बार में ही बीपीवीएम का कब्जा, धरियावद में भी एनएसयूआई को पटखनी, पीजी महाविद्यालय की 3 सीट छोड़े तो एबीवीपी का सूपड़ा साफ हो गया.


Reporter- Vivek Upadhyay