कोरोना के 2 साल बाद फिर दौड़ेगी शाही ट्रेन, पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को मिली हरी झंडी
Advertisement

कोरोना के 2 साल बाद फिर दौड़ेगी शाही ट्रेन, पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को मिली हरी झंडी

पर्यटन सीजन को बढ़ावा देने के साथ ही कोरोना के अनलॉक के दौर में दो साल से बंद पड़ी पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन एक बार फिर से पटरी पर दौड़ती नजर आएगी.

कोरोना के 2 साल बाद फिर दौड़ेगी शाही ट्रेन, पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को मिली हरी झंडी

Jaipur: पर्यटन सीजन को बढ़ावा देने के साथ ही कोरोना के अनलॉक के दौर में दो साल से बंद पड़ी पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन एक बार फिर से पटरी पर दौड़ती नजर आएगी. इसके लिए राजस्थान पर्यटन निगम आरटीडीसी की ओर से कवायद पुनः पूरी कर ली गई है. 

सूत्रों के मुताबिक, सितम्बर के अंतिम सप्ताह में भारतीय रेलवे व निगम के मध्य ओ एंड एम मॉडल पर ट्रेन का संचालन होगा. इसके साथ ही सफर में कई नए स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव है.

यह भी पढे़ं- Rajasthan Student Union Election Result Live: किसके सिर सजेगा कैंपस किंग का ताज, आज होगा फैसला

विंटर सीजन में सैलानियों को आकर्षित करने की कोशिश
निगम के अधिकारियों के मुताबिक कोरोनाकाल से पहले तक इस ट्रेन को रेलवे के साथ पार्टनरशिप करके चलाया जाता था, जिसमें रेलवे को 56 फीसदी और आरटीडीसी को 44 फीसदी रेवेन्यू शेयर मिलता था. ट्रेन का संचालन सितंबर में शुरू करने की तैयारी है, ताकि विंटर सीजन में राजस्थान आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों इसमें घूम सके.

अधिकारियों की जिम्मेदारी तय
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पैलेस ऑन व्हील ट्रेन को सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह में पुनः संचालित किया जाएगा. इसके लिए विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है. पैलेस ऑन व्हील्स का देश दुनिया में नाम है. दिल्ली से संचालित होने वाली ट्रेन के फेरे में राज्य के बून्दी, अजमेर सहित अन्य पर्यटक स्थानों पर ठहराव की योजना भी बनाई है. ट्रेन में यात्रा करने वाले 70 प्रतिशत पर्यटक यूरोप और अमेरिका मूल के होते हैं. साथ ही देशी पर्यटकों में इस शाही ट्रेन में सफर करने का उत्साह रहता है.

पांच सितारा होटल जैसी सुविधा वाली शाही ट्रेन
देशी-विदेशी पर्यटकों को शाही जीवन शैली जैसा अनूठा अनुभव देने वाली एवं पांच सितारा होटलों जैसी सुविधाओं से परिपूर्ण यह ट्रेन बीते साल में घाटे का सौदा भी साबित हुई है. काफी समय से विदेशी पर्यटकों में गिरावट दर्ज की गई है.
इस शाही रेलगाड़ी के खास मेहमानों के लिए प्रत्येक गन्तव्य स्थान पर ठहरने के लिए चुनिंदा होटलों एवं प्रसिद्ध स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था की जाती है. इसी के साथ ही ट्रेन की हर बोगी में अलग.अलग राजा महाराजाओं के जमाने के सैलून के साथ ही राजस्थान की कला एवं संस्कृति से पर्यटकों को रूबरू करवाया जाता है.

जयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

यह भी पढे़ं- पुखराज को पहनने से पहले पढ़ लें यह खबर, कहीं फायदे के बजाय न होने लगे नुकसान

यह भी पढे़ं- प्रतापगढ़ महाविद्यालय में आठवीं बार भी APVP लहराएगी अपना परचम या NSUI जमाएगी कब्जा?

 

Trending news