प्रतापगढ़ में शराब पर युद्ध! आबकारी-ठेकेदार और शराबी एक दूसरे से भिड़े
Pratapgarh News : छोटीसादड़ी में 7 लाइसेंसी शराब की दुकानों को बंद कराया, सोशल मीडिया पर शराब ठेकेदार और शराब खरीदने वाले लोगों और आबकारी विभाग के अधिकारी के बीच तीखी बहस का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है.
Pratapgarh News : प्रतापगढ़ जिले में शराब ठेका पाने के लिए कभी खरीदारों की लाइन लगती थी. अब ऐसा नहीं है. सरकार की पॉलिसी के चलते अब शराब ठेकों का कारोबार घाटे का सौदा साबित हो रहा है . प्रतापगढ़ 79 दुकानों में से इस बार 25 शराब ठेकों का कोई खरीदार ही आबकारी विभाग को नहीं मिल रहा है. मान मनुहार के बावजूद ठेके नहीं बिके. ऐसे में आबकारी विभाग का तानाशाही रवैया देखने को मिल रहा है.
सरकार हर साल शराब के ठेकों में 35 प्रतिशत की राशि की बढ़ोतरी कर रही है. ऐसे में शराब ठेके में बढ़ रही राशि को लेकर अब जिले में भी शराब ठेके लेने वाले ठेकेदारों की कमी साफ देखने को मिल रही है. जिले में 25 दुकानें ऐसी है जिनके खरीददार की आबकारी विभाग को नहीं मिले हैं. इसी मामले को लेकर रविवार को छोटीसादड़ी में आबकारी विभाग और शराब ठेकेदारों के बीच विवाद की स्थिति देखने को मिली है.
छोटीसाड़ी के शराब ठेकेदारों में आरोप लगाया है कि आबकारी विभाग के जिला अधिकारी योगेश श्रीवास्तव द्वारा छोटी सादड़ी कस्बे के साथ लाइसेंसी दुकानों को भी एक से अधिक दुकान के लाइसेंस के दबाव बनाने के साथ चल रही लाइसेंसी दुकानों को भी बंद करवा दिया है. सोशल मीडिया पर आबकारी विभाग के अधिकारियों द्वारा दुकानों बंद करवाने का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है जिसमें शराब ठेकेदार और शराब खरीदने वाले लोगों और आबकारी विभाग के अधिकारी के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली है.
हालांकि इस पूरे मामले में आबकारी अधिकारी योगेश श्रीवास्तव द्वारा लाइसेंसी दुकानदारों से दुकानों के दिल और दस्तावेज मांगने पर दस्तावेज नहीं दिखाने को लेकर दुकानें बंद करवाने की बात कही गई है. लेकिन विभाग के अधिकारों की यह बात भी इसलिए नहीं मानी जा रही है क्योंकि अब आबकारी विभाग के सभी दुकानों के लाइसेंस ऑनलाइन हुए हैं और दुकानों में आने वाली शराब के ब्लॉक के चालान भी ऑनलाइन ही काटे जा रहे हैं ऐसे में शराब ठेकेदारों का कहना है कि कागज और ब्लॉक के दस्तावेज मांगने की बात सरासर झूठी है विभाग के अधिकारी छोटीसादड़ी में नहीं बिकी 10 और दुकानों को भी जबरन लेने का दबाव बनाकर इन दुकानों को बंद करवा रहे हैं.
छोटीसाड़ी के शराब ठेकेदार सुनील मीणा ने बताया कि आबकारी विभाग के अधिकारी जबरन ठेके लेने का दबाव बना रहे हैं. छोटीसादड़ी में 17 दुकानों में से 7 दुकानें आवंटित हुई है. जिसमें से 3 दुकानें तो अधिकारियों के दबाव के कारण रिन्युअल की गई है. बाकी की 4 दुकानों को भी सिंगल आवेदन पर आबकारी विभाग के अधिकारियों के दबाव के कारण ठेकेदारों ने लिया है. अब विभाग के अधिकारी बची हुई अन्य 13 दुकानों को भी जबरन ही ठेकेदारों पर लेने का दबाव बना रहे हैं जबकि ठेकेदारों ने जो दुकान है फिलहाल ली है उनमें भी उन्हें नुकसान झेलना पड़ रहा है.
छोटीसादड़ी में लाइसेंसी दुकानों को बंद कराने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. जिसमें जिला आबकारी अधिकारी योगेश श्रीवास्तव शराब ठेकेदार और शराब लेने पहुंचे ग्राहकों से बवाल करते हुए नजर आ रहे हैं. विभाग के अधिकारी द्वारा लाइसेंसी दुकानों को बंद कराने का यह वीडियो वायरल होने के बाद से ही विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वीडियो में शराब ठेकेदार भी दुकानों को बंद करना गलत बता रहे हैं लेकिन अधिकारी नियमों का हवाला देते हुए दुकानों को बंद करवा रहे हैं. इन्हीं दुकानों को बंद करवाने के मामले को लेकर ठेकेदारों ने अधिकारी पर आरोप लगाए है कि छोटी सादड़ी में जिन दुकानों के लाइसेंस नहीं हुए हैं उन दुकानों को भी लाइसेंसी ठेकेदारों पर लेने का दबाव बनाया जा रहा है.
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