Rajsamand News: अरावली पर्वतमाला की पहाड़ियों के बीच बसा देलवाड़ा शहर जहां पर पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखी जाती है. लेकिन काफी समय से यहां के लोग वर्षों पुराने तालाब को लेकर काफी चिंतित है. बता दें कि राजा महाराजाओं के समय बनवाया गया देलवाड़ा तालाब जिसे मानसरोवर तालाब के नाम से भी जाना जाता है. इस तालाब में भरा हुआ पानी अभी किसी के भी काम में नहीं आ रहा है. वर्षों पुराने इस तालाब में अब अपशिष्ट यानि गंदा पानी व कचरा आ रहा है.


देलवाड़ा तालाब में गंदा पानी


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जिसको लेकर खुद कॉलोनीवासियों का कहना है कि यहां पर सीवरेज लाइन नहीं होने के चलते लगभग 50 से ज्यादा घरों, अस्पताल और तहसील की गंदगी इस तालाब में आ रही है. जिसके चलते कई बार तो कॉलोनीवासियों को बदबू का भी सामना करना पड़ता है. आपको बता दें कि हाल ही में नाथद्वारा विधायक व राजस्थान विधानसभा से अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी की मांग पर सरकार द्वारा इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 1 करोड़ 64 लाख रूपए स्वीकृत हुए हैं और तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य संबंधित विभाग द्वारा जारी है.


तालाब में कॉलोनी, अस्पताल का गंदा पानी 


तालाब सही दिखे इसके चलते जो कार्य हो रहा है इसको लेकर लोगों का कहना है कि जब तक तालाब में आ रही अपशिष्ट को नहीं रोका जाता तब तक यह सौंदर्यीकरण किसी काम का नहीं है. जी मीडिया की टीम को कॉलोनीवासी और स्थानीय लोगों ने अपनी समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि इस तालाब में कॉलोनी, अस्पताल का गंदा पानी आ रहा है. पूर्व में शीतला माता नहर से पानी आया करता था. इस नहर को कुछ लोगों द्वारा रोक दिया गया है. जिसके चलते इस तालाब में नहर का शुद्ध पानी नहीं आ रहा है.


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तालाब के पास बनी इंदिरा कॉलोनी की निवासी गायत्री देवी ने जी मीडिया को बताया कि इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए पूर्व में राशि स्वीकृत हुई थी और इस बार फिर राशि स्वीकृत हुई है लेकिन सही तरीके से कार्य नहीं होने पर परेशानी का सामना करना पड़ता है. गायत्री देवी ने बताया कि इस गंदे पानी की निकासी जल्द से जल्द बाहर होनी चाहिए. तालाब की समस्या को लेकर रमेशचंद्र यादव का कहना है कि तालाब के पानी को स्वच्छ रखने के लिए इंदिरा कॉलोनी से आ रहे गंदे पानी को रोकने के लिए सीवरेज बनाना जरूरी है. सीवरेज बनने के बाद ही घरों से आ रहा गंदा पानी तालाब में जाने से रूकेगा.