राजसमंद: जिले के तीन प्रमुख चौराहों सेवाली, सालमपुरा और मोही चौराहों पर हाईमास्ट लाइट नहीं होने पर अंधेरे की वजह से यहां पर दुर्घटनाएं हो रही है और इन दुर्घटनाओं में कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं.आंकड़ों के अनुसार बात की जाए तो यहां पर लगभग 5 से 7 साल के अंदर 11 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जिसको लेकर कई बार धरना प्रदर्शन हो चुके हैं तो वहीं अब एक बार फिर यहां पर हाईमास्ट लाइट की मांग ने जोर पकड़ लिया है. यहां के स्थानीय लोगों की मांग है कि इन जगहों पर जल्द से जल्द हाईमास्ट लाइट लगे और अंधेरे से लोगों के साथ साथ वाहन चालकों भी राहत मिल सके.


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 बता दें कि राजसमंद नगर परिषद द्वारा इस विषय पर एनएचएआई को पत्र भी लिखा गया है कि यहां पर जल्द से जल्द हाईमास्ट लाइट लगवाई जाए. वहीं, राजसमंद नगर परिषद द्वारा बताया जा रहा है कि पत्र लिखने के बाद भी एनएचएआई द्वारा अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है.


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कलेक्टर एनएचएआई को लिख चुके हैं पत्र 


राजसमंद नगर परिषद आयुक्त जर्नादन शर्मा ने बताया कि यहां पर एक तरफ तो घनी आबादी बसी हुई है और दूसरी तरह नेशनल हाईवे है. यहां पर रात में दुर्घटनाएं होती है. इन चौराहों पर हाईमास्ट लाइट लगवाने के लिए राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को अवगत करवाते हुए एनएचएआई को पत्र लिख चुके हैं. एक बार फिर से इस विषय में एनएचएआई से वार्ता की जाएगी.


मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी


वहीं, इस विषय पर राजसमंद नगर परिषद चेयरमैन अशोक टांक का कहना है कि अंधेरे की वजह से जिन हाईवे वाले चौराहों पर हादसे हो रहे हैं. इसके लिए एनएचएआई को पत्र लिखकर हाईमास्ट लाइट लगवाने का निवेदन किया है.पत्र लिखे हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन पत्र का कोई जवाब नहीं आया. चेयरमैन टांक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यहां पर अतिशीघ्र हाईमास्ट लाइट लगवाई जाए नहीं तो जनता जनआक्रोश करते हुए धरना प्रदर्शन करेगी.


 सेवाली निवासी आशीष ने बताया कि मैं यहां पर पिछले 30 वर्ष से ज्यादा समय से रह रहा हूं. सेवाली चौराहा पर लाइट का अभाव होने से यहां पर दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं. कुछ एक्सिडेंट तो इतने भयानक होते हैं कि उसमें कइयों की जान भी चली जाती है. अभी यहां पर पुलिस प्रशासन द्वारा बेरिकेड्स लगवा दिए गए हैं, जिसकी वजह से वाहन चालकों की स्पीड धीमी हुई है, लेकिन अंधेरे की वजह से अब भी दुर्घटनाएं हो रही है.