Rajsamand: आमेट उपखंड प्रशासन के समझाने के बावजूद भी लोग मानने को तैयार नहीं. बिपरजाय और मानसून के बारिश से राजसमंद जिले के नदी नाले उफान पर है. जिस से खतरा बना हुआ है और इनमें डूबने से कईयों ने जान गवाई है. 


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बता दें कि राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना द्वारा पूर्व में लोगों से दो बार अपील की जा चुकी है कि अभी इन दिनों नदी, तालाब, नाड़ी और एनिकट के पास ना तो खुद जाए और ना बच्चों को जाने दे. लेकिन राजसमंद जिले के आमेट उपखंड के चंद्रभागा नदी पर बने एनिकट पर देखें तो लोग अपने बच्चों के साथ एनीकट पर नहाने को पहुंचे है जो खतरे से खाली नहीं है. क्योंकि आमेट उपखंड के राछेटी गांव में कल नाडी में डूबने से 4 मासूमों की मौत हो चुकी है. लेकिन फिर भी लोग ऐसे जगहों पर जाने से बाज नहीं आ रहे. 


खतरे से खाली नहीं नहाने जाना


खुद तो जान जोखिम में डालकर इन गहरे पानी में नहाने को जा रहे हैं साथ ही बच्चों को भी ले जा रहे हैं जो खतरे से खाली नहीं है. बता दें कि जिलेभर में अभी तक एनीकटों, तालाब और नदियों में डूबने से अभी तक करीब 20 से ज्यादा लोगों ने जान गवाई है. जिला प्रशासन व उपखंड प्रशासन के सहयोग से गांव-गांव में जाकर लोगों को जलाशयों के पास नहीं जाने को लेकर जागरूक किया गया. 


सावधानी बरतने की अपील


वहीं आज उपखंड एसडीएम अधिकारी रक्षा पारीक ने अपील की है कि हर जगह प्रशासन उपस्थित नहीं रह सकता है और आप परिवार वाले अपने बच्चों का व परिवार के सदस्य का ध्यान रखें किसी भी तलाब, नाडी, नदी के पास ना जाने दें और ना जाएं


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