Rajsamad : सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद श्री मनीष कुमार वैष्णव ने राजसमंद में जिला कारागृह का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने भोजन, सफाई समेत कई व्यवस्थाओं का जायजा लिया, तो वहीं वैष्णव ने नवीन प्रवेशित बंदियों से बातचीत भी किया. बता दें कि औचक निरीक्षण के वक्त कारागृह में 137 बंदी निरूद्ध मिलें, जो कारागृह की बंदी क्षमता से लगभग दो गुना से अधिक है.


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मनीष कुमार वैष्णव ने नवीन प्रवेशित बंदियों से बातचीत कर उनके अधिवक्ता नियुक्त होने के सबंध में जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान ही कारागृह में शाम के खाने की तैयार की जा रही थी और चाय बांटी जा रही थी. जिसकी वैष्णव ने गुणवता की जांच की. वैष्णव ने पेयजल हेतु वाटर कूलर के टैंक की जांच की गयी तो टैंक की तले में मिट्टी जमा मिली.


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गृह प्रशासन की तरफ से दी गयी जानकारी के मुताबिक आर ओ सिस्टम खराब है, जिस वजह से बंदी दूषित पानी पीने हेतु मजबूर है. इस पर वैष्णव ने कड़ी नाराजगी जताते हुए, अविलंब आरओ सिस्टम को दुरस्त करवाने के निर्देश दिए. साथ ही बैरक में पुस्तकालय के लिए. आलमारी को बैरक से हटवाकर कर व्यवस्थित रखवाने और बैरक के बाहर बरामदे के आगे छज्जे नहीं होने से बारिश का पानी बरामदे में आता है.


जानकारी के मुताबिक क्षमता से ज्यादा बंदी निरूद्ध होने के चलते बंदियों को बरामदे में रखा जा रहा है. इस पर वैष्णव ने उचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये. वैष्णव ने सभी बंदियों को कोविड-19 की बूस्टर डोज लगवाने के निर्देश दिये, तो वहीं विधिक सहायता क्लिनिक के सबंध में भी जानकारी ली गई. उन्हें निशुल्क विधिक सहायता, नालसा लीगल सर्विस ऐप, मध्यस्थता, पीड़ित प्रतिकर, श्रमिक कल्याण की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गयी.


रिपोर्टर- देवेंद्र शर्मा


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