राष्ट्रीय स्तर पर छाया मेवाड़ का प्रसिद्ध लोक नृत्य गवरी, राजसमंद की बेटियों ने किया मंचन
Rajsamand News : राष्ट्रीय स्तर पर 18वीं राष्ट्रीय जंबूरी में मेवाड़ का प्रसिद्ध लोक नृत्य गवरी छाया रहा. जहां राजसमंद की बेटियों ने गवरी नृत्य का मंचन किया.
Rajsamand News : 18वीं राष्ट्रीय जंबूरी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आगरिया और राजसमंद जिले के स्काउट ने सामूहिक रूप से मेवाड़ के लोक प्रसिद्ध नृत्य गवरी का मंचन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता झांकी में किया. इसमें बाल कलाकारों ने गवरी के विभिन्न पात्रों के वस्त्र और अभिनय करते हुए मेवाड़ के लोग प्रसिद्ध आदिवासी नृत्य गवरी को समस्त स्काउट गाइड राष्ट्रीय स्तर के आए हुए थे उनके समक्ष प्रस्तुत किया.
बता दें कि आदिवासियों का लोक नृत्य गवरी सभी स्काउट को बहुत ही अच्छा लगा और विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्काउट गाइड ने भाग लेकर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय और राजसमंद जिले का नाम रोशन किया. इन स्काउट ने लेआउट के दौरान विभिन्न प्रकार के गैजेट्स और रंगोलियां कैम्प क्राफ्ट इतना सुंदर और मनोहर किया जो सभी निरीक्षण करता और विजिटर्स जो बाहर से जंबूरी को विजिट करने के लिए आए थे उन सभी को बहुत अच्छा लगा.
स्काउटर्स मोहनलाल गर्ग और कुलदीप पारीक दोनों स्काउटर के नेतृत्व में बहुत ही सुंदर और आकर्षक लेआउट विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. जंबूरी में विजिटर्स के रूप में आदिवासी समाज के जिला महासचिव गुलाबचंद भील, जगदीश चंद्र भील, कैलाश चंद्र शर्मा, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिला मंत्री नारायण सिंह चुंडावत, जिला कोषाध्यक्ष उदय लाल पालीवाल, महिला मंत्री मधु पालीवाल भी जंबूरी देखने आए और आगरिया विद्यालय के बालकों के लेआउट को देखकर बहुत सराहना की सभी आए हुए अतिथियों ने विजिटर्स बुक में लेआउट कैंप क्राफ्ट की सराहना की.
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