Rajsamand News: राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव को लगभग 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं. ऐसे में उस वक्त से नाथद्वारा नगर पालिका में ईओ यानी अधिशाषी अधिकारी का पद रिक्त चल रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


अभी तक यहां पर कोई भी इस्थाई ईओ को नियुक्त नहीं किया गया है. बता दें कि राजसमंद नगर परिषद के आयुक्त को ही नाथद्वारा नगर पालिका का चार्ज दिया हुआ है.



इस पर स्थानीय जनता का कहना है कि आखिर एक ही अधिकारी पर इतनी मेहरबानी क्यों हो रही है. बता दें कि यहां की जनता को अपना कार्य करवाने के लिए कभी नाथद्वारा तो कभी राजसमंद के चक्कर काटना पड़ रहा है और स्थानीय निकाय के अधिकांश काम प्रभावित हो रहे हैं. देखा जाता है कि कई बार राजसमंद और नाथद्वारा में भी अधिकारी अपनी सीट से नदारद मिलते हैं.



राजसमंद नगर परिषद में आने वाले लोगों को कह दिया जाता है कि साहब नाथद्वारा गए हुए हैं और जब नाथद्वारा में साहब नहीं मिलते हैं तो कह दिया जाता है कि साहब राजसमंद में मिलेंगे.



अब प्रश्न उठ रहा है आखिर क्यों सरकार को अभी तक नाथद्वारा में नगर पालिका में स्थाई अधिशासी अधिकारी नहीं मिल पा रहा है. क्या राजनीतिक दबाव है या इच्छा शक्ति की कमी की वजह से यह पद अधिक चल रहा है?



सवाल ये कि क्या ऐसे में जनता परेशान होती रहेगी? वहीं आलम यह देखा गया है कि नाथद्वारा और राजसमंद में सफाई व्यवस्था भी पूरी तरीके से चरमराई हुई है. जब इस पूरे मामले पर राजसमंद कलेक्टर डॉ. भंवरलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे पास दोनों जगह से लोगों की शिकायतें आई हैं.



उन्होंने कहा कि राजसमंद आयुक्त के पास नाथद्वारा का भी चार्ज है, ऐसे में लोगों को क्या दिक्कत आ रही है इसका रिव्यू किया जाएगा. रिव्यू करने के बाद पूरा प्रयास रहेगा की जनता को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो.