Rajsamand News: राजसमंद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए वन विभाग के दो रेंजर और एक फोरेस्टर को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा बॉर्डर से गीली लकड़ी के बेरोकटोक परिवहन के लिए रिश्वत और मंथली मांगी थी.


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कार्रवाई को लेकर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि बिछीवाड़ा इलाके में रेंजर लोकेश मीणा ने परिवादी की एक गाड़ी पकड़ी थी, जिसे छोड़ने के लिए लोकेश मीणा ने परिवादी से 45 हजार रुपये की मांग की थी.



परिवादी की शिकायत का सत्यापन करने पर एसीबी ने पाया कि लोकेश मीणा 10 हजार रुपए पहले ले चुका था और शेष 5000 रुपये उसने अपने बेचमैट और राजसमंद में तैनात वन विभाग के रेंजर बलराम पाटीदार को देने की बात कही.



एसीबी जांच में सामने आया कि बलराम पाटीदार आरोपी लोकेश मीणा के लिए रिश्वत मांग रहा है. मंगलवार रात को एसीबी सीआई मंसाराम मीणा की टीम ने बलराम पाटीदार को 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया. वहीं जांच में सामने आया कि डूंगरपुर का फॉरेस्टर अशोक लकड़ी की गाड़ियों के बेरोकटोक परिवहन के लिए 20 हजार रुपये मंथली मांग रहा है.



ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई करते हुए रेंजर बलराम पाटीदार, लोकेश मीना और फॉरेस्टर अशोक तीनों को गिरफ्तार कर लिया.अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम इस प्रकरण की जांच में जुट गई है.