Rajsamand news: राजसमंद जिले के अंतिम छोर पर बसे शेरों की बाला के आडली मंगरी के ग्रामवासी पिछले कई वर्षों से रास्ते को लेकर परेशान हैं. परेशान ग्रामीणों ने जी मीडिया की टीम को बताया कि एक और राजसमंद के अंतिम छोर और दूसरी ओर अजमेर जिले के अंतिम छोर पर आडली मंगरी गांव के बसे होने का खामियाजा ग्रामवासियों को भुगतना पड़ रहा है. बता दें कि पिछले कई वर्षों से जिलों की सीमा पर हाईवे के किनारे बसे इस गांव का संपर्क मार्ग हाईवे से होकर गांव में गुजरता था जो भाग अजमेर जिले में आता है उसी के निकट लगभग 100 फीट दूर नाले वाला रास्ता राजसमंद जिले में आता है. 


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बता दें कि राजसमंद जिले में आने वाले इस नाले वाले रास्ते में नदी के बहाव के चलते लगभग 3 से 4 फीट पानी भरा होने से ग्रामवासी महिलाएं, बच्चे और विद्यार्थीयों को गुजरने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं इधर से कोई भी वाहन नहीं गुजर सकता, ऐसी स्थिति में पिछले कई दिनों से विद्यार्थी अपने विद्यालय की ओर नहीं जा पा रहे हैं और बड़ी मुश्किल से ग्रामवासी अपनी जान जोखिम में डालकर हाईवे की और संपर्क सड़क पर पहुंच रहे हैं. 


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जबकि 100 फीट दूर ही वर्षों से बना मुख्य डामर वाला रास्ता जो लंबे समय से गांव में जाने के लिए उपयोग में आ रहा था उस मार्ग पर अवैध अतिक्रमण करके डामर सड़क को खोदकर उसका खेत बना लिया और उस पर फसल की बुवाई तक कर दी गई. तो वहीं वर्षा के इस दौर में ग्रामवासियों को हाईवे से अपने गांव और गांव से हाईवे की तरफ आने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामवासियों ने कई बार अपनी समस्या के समाधान के लिए राजसमंद और अजमेर जिले के बीच दौड़ लगा रहे हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है. संबंधित राजस्व विभाग को भी कई बार पत्र लिखने पर भी अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. 


पीड़ितग्राम वासियों ने बताया कि महंगाई राहत शिविर में भी पहुंचकर पत्र व्यवहार किया गया और केवल झूठा आश्वासन देकर जले पर नमक लगाने का काम किया गया. पीड़ित ग्रामवासियों ने बताया कि सामूहिक रूप से संगठित होकर कई बार विधायक, प्रधान, जनप्रतिनिधि के पास हमारी समस्या पहुंचाई गई परंतु उनके पास हमारी समस्या पर ध्यान देने का वक्त ही नहीं. ऐसी स्थिति में विद्यार्थी पानी के नाले को पार कर विद्यालय जाने की स्थिति में भी नहीं है और विद्यार्थी अपनी पढ़ाई से भी वंचित हो रहे हैं. 


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ग्रामवासियों ने जी मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य सड़क को खोदकर खेत बनाने वाले अपनी ऊंची पहचान के चलते अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं और प्रशासन भी उनके खिलाफ कोई कार्यवाही करने से बच रहा है. पिछले 15 वर्षों से हम रास्ते को लेकर काफी परेशान हैं हमारी ना तो अजमेर सुनता है ना ही राजसमंद हमारी सुनता है.


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तो वहीं ओनलाइन ​की गई शिकायत के बाद जवाजा के गिरदावर मनोज कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि शेरों का वाला क्षेत्र में पीड़ित नरेंद्र सिंह द्वारा 181 पर ऑनलाइन शिकायत मिली जिसकी जांच के लिए हम मौके पर पहुंचे तो देखा कि रास्ते को खोद कर वहां खेती की जा रही है और खंभे और जाली लगा कर रास्ते को रोका गया. पीड़ित को रास्ता खुलवाने के लिए कहा गया परंतु पूरा रास्ता नहीं खोलने पर पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.