राजसमंद: 13 साल की मीना की दुर्लभ बीमारी का मामला,बच्ची के घर पहुंची बाल कल्याण समिति की टीम
राजसमंद न्यूज: 13 साल की मीना की दुर्लभ बीमारी के मामला को लेकर बच्ची के घर बाल कल्याण समिति की टीम पहुंची. बच्ची के फेफड़ों में पानी भरने की शिकायत है.चिकित्सकों का कहना है कि इंफेक्शन निकलने के बाद ट्यूब निकाल दी जाएगी.
Nathdwara, Rajsamand: राजसमंद जिले की नाथद्वारा विधानसभा में स्थित देलवाड़ा पंचायत समिति मुख्यालय के वार्ड एक के गांव गोडवा में 13 वर्षीय बालिका के विगत कई दिन से संक्रमित होने पर परिवार के द्वारा उदयपुर के निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया लेकिन वहां पर पूरा उपचार नहीं हो पाया. ऐसे में बच्ची को उपचार के लिए इधर उधर भटकना पड़ा और आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होने की वजह थक हार कर घर पर ही बच्ची को वापस ले आए.
आपको बता दें कि उस प्राइवेट हॉस्पिटल में उपचार के दौरान फेफड़ों से संक्रमण निकालने के लिए नली लगाई गई और जो एक माह से भी ज्यादा बीत जाने व बालिका के लगातार परेशान होने होने की खबर जी मीडिया ने प्रमुखता से चलाई थी कि बच्ची को उपचार सही उपचार नहीं मिल रहा है और 13 वर्षीय मीना को उपचार के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है.
बच्ची के उपचार के लिए निर्देश
ऐसे में राजसमंद जिला प्रशासन ने जी मीडिया पर चली बच्ची की खबर पर ध्यान दिया और तुरंत बच्ची के उपचार के लिए निर्देश दिए. तो वहीं राजसमंद बाल कल्याण समिति के सदस्य अध्यक्ष कोमल पालीवाल के नेतृत्व में बच्ची के घर पहुंचे और एम्बुलेंस के माध्यम से बच्ची को नाथद्वारा स्थित हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहां बच्ची का उपचार चिकित्सकों द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है.
इस संदर्भ में नाथद्वारा जिला चिकित्सालय के पीएमओ कैलाश भारद्वारा से बात कि बालिका को एंबुलेंस से लाने की स्वीकृति दिए जाने पर बालिका को देलवाड़ा से नाथद्वारा जिला चिकित्सालय लाया गया. जहां क्रिटीकल केयर डॉ. बीएल जाट और शिशु रोग सर्जन डॉ. गुंजन शर्मा के द्वारा जांच कर बालिका को इलाज के लिए भर्ती किया गया है.
टीचर बनने का सपना रखती है मीना
चिकित्सक डॉ. जाट के द्वारा बताया गया कि हवा व इंफेक्शन निकलने के बाद ट्यूब को निकाल दिया जाएगा. आपको बता दें कि 13 वर्षीय मीना 8वीं कक्षा में पढ़ती है और बड़ी होकर टीचर बनने का सपना रखती है. तो वहीं राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष्ज्ञ डॉ. सीपी जोशी ने बालिका के इलाज व स्वास्थ्य लाभ के लिए कहा है जिससे बालिका जल्द से जल्द स्वस्थ हो साथ ही क्षेत्र में सर्वे करा जांच दवा की सुनिश्चितता के भी निर्देश दिए हैं.
बालिका का गांव पहुंची बाल कल्याण समिति
बालिका के गांव बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल, चाइल्ड लाइन सदस्य रेखा यादव, आशा सहयोगी, एएनएम, सामाजिक कार्यकर्ता शंभू व अन्य पहुंचे थे. बालिका के घर पहुंचने पर परिवार के सदस्य द्वारा बीमारी व इलाज के बारे में जानकारी जुटाई.
बालिका के पिता का पूर्व में निधन हो चुका है ऐसे में बच्ची मीना की मां पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रही है. तो वहीं बाल कल्याण समिति का कहना है कि जागरूकता के अभाव में व लगातार खांसी के प्रकोप में टीबी से संक्रमित होने के खतरे रहते हैं.
इसके लिए राज्य व केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जागरूकता लाने का प्रयास किया जाता है. ग्रामीण स्तर पर एएनएम, आशा सहयोगिनी के द्वारा भी विशेष रूप से सर्वे किया जाता है इसके बाद भी टीबी के केस आते हैं. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के द्वारा टीबी की जांच के लिए हाल ही में नाथद्वारा जिला चिकित्सालय में विशेष मशीन लगवाई है. इस मशीन से टीबी के मरीजों की जांच में विशेष सहयोग मिल रहा है.
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