Rajsamand News: राजसमंद में नाथद्वारा में हर साल की तरह परंपरानुसार धुलंडी पर देर शाम बादशाह की सवारी निकाली गई, जो श्रीनाथजी मंदिर पहुंची जहां बादशाह ने अपनी दाढ़ी से मंदिर की सीढ़ियों पर पड़ी गुलाल को साफ किया. सवारी गुर्जरपुरा से बड़ा बाज़ार होते हुए मंदिर परिक्रमा कर श्रीनाथजी के मंदिर पंहुची,जहां बादशाह ने अपनी दाढ़ी से सूरजपोल की नवधाभक्ति के भाव से बनी नो सीढ़ियों को साफ किया.


आंखों की रोशनी चली गयी


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 उसके बाद मंदिर के परछना विभाग के मुखिया द्वारा बादशाह को कपड़े,आभूषण आदि भेंट किए गए.इसके बाद परंपरानुसार मंदिर में मौजूद लोग बादशाह को खरी-खोटी सुनाई और रसिया गान किया.कहा जाता है कि जब औरंगजेब मंदिरों में भगवान की मूर्तियों को खंडित करता हुआ मेवाड़ पहुचा ओर श्रीनाथजी के विग्रह को खंडित करने की मंशा से जब वह मंदिर में गया तो प्रवेश करते ही उसकी आंखों की रोशनी चली गयी,


मंदिर की सीढ़ियों पर गिरी गुलाल को साफ किया


उस वक्त उसकी बेगम ने भगवान श्रीनाथजी से प्राथना कर माफी मांगी तब उसकी आंखें ठीक हो गई. पश्चाताप स्वरूप बादशाह ने अपनी दाढ़ी से मंदिर की सीढ़ियों पर गिरी गुलाल को साफ किया और तभी से इस घटना को एक परंपरा के रूप में प्रतिवर्ष मनाया जाता रहा है.


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