Rajsamand News: राजस्थान के राजसमंद प्रभु श्रीनाथ जी की हवेली में सुरक्षा व्यवस्था के मध्ये नजर रखते हुए अभी हाल ही में किसी के द्वारा फोटो लेने के बाद महाराज श्री की आज्ञा और विशाल के निर्देशानुसार मंदिर की सुरक्षा एवं जांच को मंदिर प्रशासन द्वारा कड़ा कर दिया गया है.


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इसी क्रम में आज मंदिर के प्रीतम पोल गेट पर नया डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाया गया और नए चार हैंड हेल्ड डिडेक्टर भी लिए गए हैं, जिससे मंदिर में प्रवेश करने वाले सभी वैष्णवजन एवं दर्शनार्थियों की पुख्ता जांच करके प्रवेश दिया जा सकेगा. इसके साथ ही मंदिर में मोबाइल ले जाना वर्जित है. 


बता दें कि इससे पहले देश के लगभग सभी मंदिरों में जाने के लिए ड्रैस कोड भी लागू किया गया था, जिसके मुताबिक, मंदिरों में फटी हुई जींस, स्कर्ट हॉफ पैंट और बिना आस्तीन के कपड़े पहनने वाले भक्तों को मंदिर में एंट्री करने की अनुमति नहीं दी जाती है. मंदिर में जाने के लिए महिलाओं और लड़कियों के लिए जरूरी है कि वो साड़ी या सलवार कमीज पहनकर आएं.   


जानिए कौन हैं प्रभु श्रीनाथ
राजसमंद में श्रीनाथजी भगवान कृष्ण के 7 साल की आयु के रूप का पूजा जाता है. श्रीनाथजी का यह मंदिर उदयपुर शहर से 49 किलोमीटर दूर नाथद्वारा में स्थित है. श्रीनाथजी का मूर्ति को लेकर कहा जाता है कि यहां भगवान कृष्ण की मूर्ति खुद प्रकट हुई थी. जानकारी के अनुसार, भगवान कृष्ण की मूर्ति पत्थर और गोवर्धन पहाड़ियों से निकली थी. कहते हैं कि  सबसे पहले श्रीनाथजी की मूर्ति की पूजा गोवर्धन पहाड़ी पर की गई थी. 


श्रीनाथजी की मूर्ति में उन्होंने एक हाथ ऊपर उठाकर गोवर्धन पर्वत उठाया हुआ है. यह मूर्ति काले संगमरमर की है, जहां भगवान अपने बाएं हाथ को ऊपर उठाए हुए प्रकट होते हैं और दाहिना हाथ कमर पर रखते हुए मुट्ठी में बनाए है. 


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