Rajsamand News: राजस्थान में  विधानसभा चुनाव 2023 के चलते प्रत्याशियों द्वारा नामांकन का सिलसिला जारी है. इसी के चलते आज जिला राजसमंद के कुम्भलगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशि योगेंद्र सिंह परमार ने अपना नामांकन दाखिल किया. योगेंद्र परमार द्वारा नामांकन दाखिल करने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है. 


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आपको बता दें कि कुम्भलगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशि योगेंद्र सिंह परमार के नामांकन के दौरान, आमसभा में कुम्भलगढ़ के करीब एक दर्जन से ज्यादा कांग्रेसी नेता मौजूद रहे. जिसके चलते कुम्भलगढ़ विधानसभा की जनता के साथ-साथ राजनीतिक गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है. नामांकन के वक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिसिंह राठौड़, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवकीनंदन गुर्जर और नाथद्वारा कांग्रेस प्रत्याशि डॉ. सीपी जोशी, पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार सहित अन्य नेता मौजूद रहे.


वहीं कई वरिष्ठ नेताओं ने कुम्भलगढ़ से कांग्रेस टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी उन नेताओं को टिकट ना दें कर, पूर्व विधायक के बेट को टिकट दें दिया. जिस कारन कुम्भलगढ़ के सभी नेताओं ने नामांकन में मौजूद नहीं रह कर नाराजगी जाहिर की. नामांकन के समय गायब रहे नेताओं में चेयरमैन कैलाश मेवाड़ा, दिलीप सिंह राव, पूर्व प्रधान सूरत सिंह दसाणा, सत्यनाराण देवपुरा, युवा कांग्रेस नेता वैभव उपाध्याय, ओबीसी जिलाध्यक्ष ललित गुर्जर, भीम सिंह चुंडावत सहित कुम्भलगढ़ के अन्य कांग्रेसी नेता भी शामिल थे.


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योगेंद्र सिंह परमार के नामांकन के वक्त चेयरमैन कैलाश मेवाड़ा, दिलीप सिंह राव, पूर्व प्रधान सूरत सिंह दसाणा, सत्यनाराण देवपुरा, युवा कांग्रेस नेता वैभव उपाध्याय, ओबीसी जिलाध्यक्ष ललित गुर्जर, भीम सिंह चुंडावत सहित कुम्भलगढ़ के अन्य कांग्रेसी नेता नामांकन के समय गायब रहे और अपनी नाराजगी जाहिर की. बता दें कि इन सभी ने अपनी नाराजगी इसलिए जाहिर की है कि इनमें से कई वरिष्ठ नेताओं ने कुम्भलगढ़ से कांग्रेस टिकट के लिए दावेदारी की थी लेकिन यहां पर पार्टी ने पूर्व विधायक के बेट को टिकट दिया गया.