Rajsamand: कुंवारिया मेला शुरू, विधायक ने फीता काटकर किया शुभारंभ तो जिलाध्यक्ष ने बनाई चाय
राजसमंद में स्थित कुंवारिया में मेले की शुरुआत हो गई है. कुंवारिया मेला मेला पशु मेले के नाम से जाना जाता है, लेकिन लंपी संक्रमण के चलते इस बार मेले में पशुओं को लाने की अनुमति नहीं दी गई.
Rajsamand: राजसमंद में स्थित कुंवारिया में मेले की शुरुआत हो गई है. कुंवारिया मेला मेला पशु मेले के नाम से जाना जाता है, लेकिन लंपी संक्रमण के चलते इस बार मेले में पशुओं को लाने की अनुमति नहीं दी गई. इस बार मेले में दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानें लगाई है, तो वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मेले का आयोजन किया जा रहा है. बता दें कि कुंवारिया मेले में राजसमंद भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहट भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ मेले में पहुंचे, जहां पर उन्होंने चाय पर चर्चा की तो वहीं मेले में लगी एक चाय की स्टॉल पर पहुंचे और खुद अपने हाथों से चाय बनाई. वहां मौजूद लोगों के साथ साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को चाय पिलाई. इस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों ने भाजपा जिलाध्यक्ष बारहट की जमकर तारीफ की.
बता दें कि इस दौरान पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, पूर्व प्रधान रीना कुमावत, उपप्रधान सुरेश कुमावत, गणेश पालीवाल, नर्बदा शंकर पालीवाल, धीरज पुरोहित, अशोक चावला, अजय प्रजापत, गिर्राज पालीवाल सहित कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहें, तो वहीं इसके कुछ समय बाद राजसमंद से भाजपा की विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी व जिला प्रमुख रतनी देवी और प्रधान अरविंद सिंह राठौड़ मेले में पहुंचे और मेले के गेट पर लगे फीते को काटकर मेले की विधिवत रूप से शुरूआत की.
आपको बता दें कि कुंवारिया मेला पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए प्रदेशभर में प्रसिद्ध है, यहां पर मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से पशु प्रेमी और पशुओं की खरीद फरोख्त करने वाले आते हैं. जिले के निवासियों सहित प्रदेशभर के लोग इस मेले का हर साल ब्रेसब्री से इंतजार करते हैं, लेकिन कोरोनाकाल में यह मेला नहीं लग पाया था, तो वहीं इस बार लंपी संक्रमण के चलते मेले का आयोजन तो हो रहा है लेकिन मेले में पशुओं को लाने की अनुमति नहीं मिली है. कुंवारिया पंचायत समिति द्वारा भीलवाड़ा मार्ग पर मेला ग्राउंड में 1 से 5 अक्टूबर तक यह मेला चलेगा.
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