Rajsamand : हमारे देश के कोने-कोने में अद्भूत प्रतिभा छीपी हुई है, जो कभी ना कभी किसी ना किसी रूप में सामने आ ही जाती है. ऐसी ही एक प्रतिभा राजस्थान के राजसमंद जिले के एक छोटे से गांव मोजावतो का गुड़ा से सामने आई है. इस गांव में लगभग 80 घर हैं. इस 80 घरों में से एक घर के किसान के बेटे भरत सिंह खरवड़ की प्रतिभा को देशभर के लोग देखना चाहते हैं और उसकी मदद करना चाहते हैं. 


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12वीं कक्षा में पढ़ रहे भरत सिंह खरवड़ गांव में फास्ट बोलर के नाम से प्रसिद्ध है, लेकिन आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण और अपनी प्रतिभा को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो की वजह से छात्र भरत सिंह खरवड़ का सपना साकार साबित होता नजर आ रहा है. बता दें कि राजस्थान के राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ विधानसभा में आने वाली चारभुजा तहसील में स्थित मोजावतों का गुड़ा गांव में रहने वाले 17वर्षीय भरत सिंह खरवड़ का अपने ही गांव में देशी जुगाड़ करते हुए मछली के जाल को नेट्स बनाकर अभ्यास करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.


राहुल गांधी और अशोक गहलोत भी कर चुके हैं तारीफ
इस वायरल वीडियो को देखते हुए कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट के जरिए मैसेज दिया और लिखा हमारे देश के कोने-कोने में अद्भुत प्रतिभा छिपी हुई है, जिसे पहचानना और बढ़ावा देना हमारा कर्तव्य है. इस बच्चे का सपना साकार करने के लिए उसकी सहायता करें.



इस पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा - छात्र भरत सिंह खरवड़ को आगे जरूर बढ़ाएंगे और हरसंभव सहायता करेंगे, तो वहीं राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी छात्र भरत सिंह खरवड़ को जयपुर की खेल एकेडमी में प्रवेश दिलाने सहित समस्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है. 



मामले को लेकर जब राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना से बात की गयी तो उन्होंने बताया ​जैसे ही छात्र भरत के बारे में पता चला, तो छात्र की पूरी जानकारी निकलवाते हुए, छात्र भरत सिंह खरवड़ से बात की गयी और सीएमओ के आदेश पर छात्र को जयपुर भिजवाने की तैयारी की जा रही है. जहां पर भरत को अच्छी एकेडमी में प्रवेश के साथ अन्य सुविधाएं दी जाएंगी. 



बता दें कि छात्र भरत सिंह खरवड़ के गांव में शिक्षा,पानी और सड़क कोई सुविधा नहीं है. इसी के चलते छात्र भरत को गांव से निकलकर देवपुरा में अपनी नानी के पास रहकर 12वीं कक्षा की पढ़ाई करनी पड़ रही है. गांव के लोग ने बताया कि गांव में अभी 8वीं तक की ही पढ़ाई होती है, आगे की पढ़ाई करने के लिए यहां के बच्चों को अन्य जगह जाना पड़ता है. गांव में पीने के पानी का ​काफी संकट है और गांव में रोड और नाली नहीं होने के चलते कीचड़ में होकर लोगों को निकलना पड़ता है.  उम्मीद है भरत सिंह खरवड़ खुद की काबलियत से अपनी किस्मत संवारने के साथ ही गांव की किस्मत को भी बदल पाएंगे. 


रिपोर्टर- देवेंद्र शर्मा


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