Nathdwara: राजसमंद जिला पुलिस द्वारा प्रारंभ किए गए साकार स्वप्नम अभियान के अर्न्तगत जिला स्तरीय जागरूकता कार्यशाला नोबल शांति पुरुस्कृत कैलाश सत्यार्थी की ऑनलाइन मुख्य आतिथ्य एवं महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर रेंज उदयपुर प्रफुल्ल कुमार के मार्गदर्शन में किया गया. 


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कार्यशाला में बाल संरक्षण के लिए कार्यरत हितधारकों के प्रेरणा स्त्रोत एवं नोबल पुरूस्कृत की कैलाश सत्यार्थी ने जिला स्तरीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा प्रारंभ किए गए साकार स्वप्न अभियान की प्रशंसा करते हुए सराहनीय कदम बताया. 


उन्होंने अपने अनुभवों पर आधारित बाल अम से जुड़ी हुई कहानी के माध्यम से बताया कि बालकों से संबंधित मामलों में तत्काल कार्रवाई समय की आवश्यकता है अन्यथा बालक के भविष्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है. 


कार्यशाला में महानिरीक्षक पुलिस उदयपुर रेंज, उदयपुर प्रफुल्ल कुमार द्वारा जिला पुलिस द्वारा युनिसेफ राजस्थान और कैलाश सत्यार्थी चिल्दन फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में प्रारंभ किए गए साकार स्वप्नम् अभियान की सराहना करते हुए बताया कि मुलिस द्वारा सभी हितधारकों के सहयोग से देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को रेस्क्यू कर लिया जाता है.  


इन बालकों को समाज और शिक्षा से जोड़ने के लिए नियमित मॉनिटरिंग और सभी विभागों के साथ समुदाय स्तर पर प्रयासों से जोड़ा जाना चाहिए. कार्यशाला में कलेक्टर महोदय निलाम सक्सेना ने प्रतिभागियों और जनप्रतिनिधियों को उनके क्षेत्र में बाल संरक्षण संबंधित समस्याओं के चिन्हीकरण और त्वरित रिपोर्टिंग के प्रेरित किया.  


पुलिस अधीक्षक राजसमंद, सुधीर चौधरी ने अभियान के बारे में सक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि विकास के सभी अवसर प्रत्येक बच्चे को मिलेगा तो ही यह एक आदर्श नागरिक बन सकेगा. उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों और पुलिस मित्रों, ग्राम रक्षकों और सुरक्षा सखियों को संबोधित करते हुए बालकों के हितार्थ कार्य करने के लिए प्रेरित किया. 


कार्यशाला में युनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ संजय कुमार निराला ने बताया कि यदि बाल अवस्था में ही बच्चों को सुरक्षा के लिए उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया जाएगा तो संभवतया भविष्य में अपराधों में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने बाल संरक्षण के लिए तीन चरणों में प्रक्रिया के बारे में उपस्थित जनप्रतिनिधियों व पुलिस मित्रों को बताया तथा जिला स्तरीय कार्ययोजना हेतु साव दिए। 


कैलाश सत्यार्थी चिल्डन फाउंडेशन की प्रतिनिधि इशिता ने फाउंडेशन द्वारा बाल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी.  बाल कल्याण समिति राजसमंद के अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने जिले में रेस्क्यू किए जा रहे बालकों के पुर्नवास एवं परिवार और शिक्षा से जोड़ने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई. 


कार्यशाला में युनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिंधु विनुजीत ने जिले में पुलिस विभाग एवं यूनिसेफ के सहयोग से संचालित किए जा रहे प्रयासों के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी उपलब्ध कराई. कार्यशाला में जिला वन अधिकारी, अतिरिक्त कलेक्टर राजसमंद, यूनिसेफ राजस्थान के बाल संरक्षण अधिकारी मन्ना विश्वास, आसरा विकास संस्थान के भोजराज पदमपुरा एवं भूपेंद्र अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महिला अपराध एवं अनुसंधान प्रकोष्ठ राजसमंद, परबत सिंह राठौड़, कॉम्बैट कार्यक्रम के जीतेंद्र सिंह आकश उपाधया एवं भरत खोखर सहित 150 प्रतिभागी उपस्थित रहे. 


Reporter-Devendra Sharma


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