तबाही: सवाई माधोपुर में मानसरोवर बांध से छूटे पानी ने गेहूं और सरसों की फसल की बर्बाद
Daulatpura: सवाई माधोपुर जिले के खंडार उपखण्ड क्षेत्र में स्थित मानसरोवर बांध से छोड़े गए पानी से खेतों में लगी मिर्च, टमाटर और गेहूं आदि फसलें जलमग्न हो गईं. अलसुबह से ही किसान खेतों में भरे पानी को निकालने की जुगत लगाते नजर आए.
Daulatpura, Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर जिले के खंडार उपखण्ड क्षेत्र में स्थित मानसरोवर बांध से इन दिनों गेहूं और सरसों की फसल की सिंचाई के लिए नहरों में छोड़ा गया पानी दौलतपुरा गांव के किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया. दरअसल, दौलतपुरा गांव के पास बांध की नहर का अंतिम छोर है ऐसे में देर रात नहर में अधिक मात्रा में पानी आ जाने से पानी नहर में ओवरफ्लो होकर खेतों में भर गया.
पानी भरने से खेतों में लगी मिर्च, टमाटर और गेहूं आदि फसलें जलमग्न हो गईं. अलसुबह से ही किसान खेतों में भरे पानी को निकालने की जुगत लगाते नजर आए. किसानों को नहर का पानी मिर्च और टमाटर में भरने से फसल खराब होने का डर सताने लगा है.
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दौलतपुरा गांव के निकट खेतों में नहर का पानी भरने से हरिनारायण ग्यारसीलाल की करीब डेढ़ बीघा टमाटर-मिर्च की फसल डूब गई. इसी प्रकार रामकिशन बैरवा की 2 बीघा टमाटर की फसल जलमग्न हो गई. किसान शैलेन्द्र सिंह की आठ बीघा गेहूं की फसल में भी 2 फुट तक पानी भरा हुआ है. वहीं, जीतमल बैरवा के भी 2 बीघा गेहूं नहर का पानी भरने से डूब गए, जिससे किसानों की कड़ी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है. किसान सोमवार अलसुबह से खेतों में भरे पानी को निकालने में लगे हुए है वहीं टमाटर मिर्च में नुकसान की आशंका से किसान मायूस नजर आए.
वर्तमान रबी सीजन में गेहूं और सरसों की बुआई के बाद किसानों को फसल सिंचाई के लिए मानसरोवर बांध की नहरों में पानी छोड़ा गया. अधिकतर खेतों में पानी की आवश्यकता नहीं होने और ठंड के चलते किसानों ने पानी का उपयोग नहीं किया. जिससे पानी एकत्रित होकर नहर के अंतिम छोर पर इकट्ठा हो गया. इसके बाद पानी खेतों में भर गया, जिसके चलते खेतों में लगी फसल जलमग्न हो गईं.
Reporter- Arvind Singh