Fuldol mela 2024 : बौंली में हुआ ऐतिहासिक फूलडोल मेले का शुभारंभ, मिट्टी के बर्तनों की होती है यहां विशेष खरीदारी
Fuldol mela : बौंली पर आज तीन दिवसीय फूलडोल मेले का शुभारंभ किया गया. राजस्थान के बौंली वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार हर वर्ष धुलंडी के एक दिन बाद तीन दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है. फूलडोल मेला मुख्यतः देसी फ्रिज माने जाने वाले विशेष मिट्टी से निर्मित मटको की खरीदारी के लिए पूरे परिक्षेत्र में प्रसिद्ध है.
Fuldol mela Bauli 2024 : नगर पालिका मुख्यालय बौंली पर आज तीन दिवसीय फूलडोल मेले का शुभारंभ किया गया. वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार हर वर्ष धुलंडी के एक दिन बाद तीन दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है. फूलडोल मेला नगर पालिका मुख्यालय का सबसे बड़ा मेला है. फूलडोल मेला मुख्यतः देसी फ्रिज माने जाने वाले विशेष मिट्टी से निर्मित मटको की खरीदारी के लिए पूरे परिक्षेत्र में प्रसिद्ध है.
नगर पालिका प्रशासन द्वारा आयोजित मेले में 100 से अधिक अस्थाई दुकानें भी लगाई गई. प्रथम दिन मेले में अपेक्षाकृत कम भीड नजर आई. मेले में चाट- पकोड़े व अन्य फास्ट फूड को लेकर दर्जनों अस्थाई स्टॉल लगाई गई. दुकानों पर खिलौने,लोहे के बर्तन,लकड़ी के समान व अन्य रोजमर्रा की चीजों की खरीदारी को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह दिखाई दिया.
मनोरंजन के लिहाज से मेले में झूले,चकरी,नाव,जंपिग जोन आदि भी लगाए गए। उपखंड क्षेत्र बौली के युवाओ,महिलाओ,युवतियों किशोरियो आदि में झूले चकरी को लेकर भी खासा उत्साह दिखाई दिया. वहीं महिलाओं ने मिट्टी के बर्तनों की जमकर खरीदारी की.
हालांकि रामशाला चौक में आयोजित फूलडोल मेले में जगह का अभाव एक बार फिर परेशानी का सबब साबित हुआ. मुख्य कस्बा में वर्षों से फूलडोल मेला आयोजित किया जाता है, लेकिन ग्राम पंचायत से नगर पालिका बनने के दौरान क्षेत्र की जनसंख्या में खासी वृद्धि हुई है.
ऐसे में मेले के लिए उक्त स्थान कम पड़ता है. मसलन मेले में वाहन प्रवेश नहीं कर सकते और खासी भीड़ भी बनी रहती है, हालांकि नगर पालिका प्रशासन द्वारा मेले में माकूल इंतजाम किए गए हैं. वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएचओ अवतार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम भी लगातार गश्त कर रही है.