Sawai madhopur: जिले के सवाई माधोपुर में खंडार उपखण्ड क्षेत्र स्थित खंडेवला जीएसएस के अधीन बोहना गांव में बिजली बिल बकायदारों से वसूली करने पहुचीं बिजली निगम अधिकारी, कर्मचारियों की टीम को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. जहां बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों ने गांव के ग्रामीणों से बिजली बिलों के बकाया करीब सात लाख रुपये जमा करवाने की बात कही. निगम द्वारा दी जा रही छूट के बारे में जानकारी दी. जब ग्रामीणों ने बकाया बिल राशि जमा करवाने से इंकार कर दिया तो निगम कर्मचारियों ने गांव में लगे सिंगल फेज ट्रांसफार्मर को उतारने की कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान बिजली ट्रांसफार्मर उतरते देख बोहना गांव के ग्रामीण भड़क गये. बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों पर पत्थर व लाठी डंडों से हमला कर दिया. हमले में निगम कर्मचारियों को हल्की चोटें आईं. वहीं खेतों में इधर-उधर भागकर कर्मचारियों ने अपनी जान बचाई.


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 ग्रामीणों द्वारा बिजली कर्मचारियों के साथ मारपीट के बाद सरकारी वाहनों के शीशे तक तोड़ दिए गए. इस दौरान बिजली कार्मिक ग्रामीणों का गुस्सा देख उल्टे पांव निगम कार्यालय खंडार लौट आए. बड़ी बात ये है कि इस दौरान बिजली कार्मिकों के साथ निगम के पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, जो ग्रामीणों द्वारा बिजली कार्मिकों के साथ मारपीट की घटना के दौरान महज मूक दर्शक बनकर तमाशा देखते रहे.पीड़ित बिजली कार्मिकों द्वारा खंडार थाने में एक दर्जन से भी अधिक ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट और राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज करवाया गया है.


वहीं निगम कर्मचारियों लगातार गांवो में हो रहे विरोध और मारपीट के मामलों के चलते कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं. दूसरी तरफ ग्रामीणों ने बिजली निगम के अधिकारियों पर मनमुताबिक बिजली बिल भेजने और स्पॉट बिलिंग नहीं करने का आरोप लगाया. नियमित रूप से बिल जमा करने वाले उपभोक्तओं पर भी निगमकर्मी दुर्व्यवहार करते हैं. जिसके चलते कुछ युवाओ ने निगम कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की कर दी.पत्थर बाजी और लाठी डंडे से मारपीट के आरोप निगम कर्मचारियों द्वारा मनगढ़ंत है.


Report- Arvind Singh